लखनऊ:यूपी एटीएस ने रविवार को 1,000 हिंदुओं का धर्मांतरण कराने वाले उमर गौतम और मौलाना कलीम सिद्दीकी के 3 और साथियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में नासिक का कुणाल रूस से मेडिकल की पढ़ाई की है और यहां क्लीनिक चला रहा था. एटीएस की मानें तो अब तक एटीएस की गिरफ्त में आए आरोपियों के खाते में 20 करोड़ का लेनदेन प्रमाणित हुआ है. जिसका ब्यौरा आरोपीगण नहीं दे सके. आरोपियों से अवैध धर्मांतरण सिंडीकेट से जुड़े कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं.
UP ATS बीते 20 जून को यूपी से लेकर 24 राज्यों में फैले अवैध धर्मांतरण का सिंडीकेट का खुलासा किया था. संगठित रूप से मूक-बधिर बच्चों, महिलाओं व कमजोर आय वर्ग के लोगों को डरा-धमकाकर और उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण कराए जाने के मामले में दिल्ली निवासी उमर गौतम व मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्तार किया था. इन लोगों ने कई राज्यों में करीब 1,000 लोगों के धर्मान्तरण कराने की बात कुबूली थी.
उमर गौतम दिल्ली से संचालित संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (IDC) के जरिए अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा था. तब प्रदेश के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, केरल व आंध्र प्रदेश तक में धर्मांतरण कराए जाने के साक्ष्य मिले थे. युवतियों का धर्मांतरण कराकर उनकी मुस्लिम युवकों से शादी कराने के मामले भी सामने आए थे. एटीएस ने बीते दिनों उमर के सक्रिय साथी हरियाणा निवासी मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, महाराष्ट्र के निवासी इरफान शेख व दिल्ली निवासी राहुल भोला को भी गिरफ्तार किया था. इस मामले में अब तक 11 आरोपितों की गिरफ्तार की जा चुकी है. एटीएस अब तक उमर गौतम, मुफ्ती काजी जहांगीर के साथ-साथ धर्मांतरण कर चुके राहुल भोला उर्फ राहुल अहमद, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान के साथ इरफान शेख और फॉरेन फंडिंग कराने वाले सलाउद्दीन और महाराष्ट्र के बीड़ से गिरफ्तार इरफान ख्वाजा खान के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.
एटीएस ने बीते 21 सितंबर, 2021 को मेरठ से मौलाना कलीम सिद्दीकी को भी गिरफ्तार किया है. मौलाना कलीम अवैध धर्मांतरण गैंग के सरगना उमर गौतम का करीबी है. कलीम भारत में अवैध धर्मान्तरण का सिंडिकेट संचालित करता था. एटीएस मौलाना कलीम सिद्दीकी को 10 दिन की रिमांड पर लेकर एटीएस मुख्यालय में पूछताछ कर रही है.
एटीएस की मानें तो पूछताछ में मौलाना बताया कि, 'मैंने उम्मत को बढ़ाने की जिम्मेदारी को अपना फर्ज बनाया है और जब भी हम किसी का धर्म परिवर्तन कराते हैं तो इससे विदेश में बैठे अपने सहयोगियों को अवगत कराने पर वे उन्हें इस्लाम में बनाये रखने और लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए काफी पैसा देते हैं. जिससे मुझे व्यक्तिगत तौर पर काफी आर्थिक लाभ प्राप्त होता है. कलीम ने यह भी बताया कि फुलत व अन्य क्षेत्रों में जहां भी मैं दावा के कार्य के लिए जाता हूं. वहां मेरे सहयोग के लिए मेरे साथ हाफिज इदरीस, मो. सलीम और कुणाल उर्फ अशोक चौधरी उर्फ आतिफ व मेरे अन्य साथी भी मेरे साथ इस अवैध धर्मांतरण के कार्य में सदैव शामिल रहते हैं.
पूर्व में कलीम सिद्दीकी के द्वारा संचालित जमीयते इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के विभिन्न खातों में लगभग 3 करोड़ की धनराशि जमा किए जाने के सुबूत मिले थे. जांच में अब तक उपरोक्त ट्रस्ट के अलग- अलग खातों से 20 करोड़ से अधिक राशि जमा किए जाने के तथ्य मिल चुके हैं. उपरोक्त ट्रस्ट के इण्डियन बैंक के खाते में बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत से करीब 1.5 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. जिसमें से एक बड़ी राशि कलीम सिद्दीकी द्वारा उसके साथ धर्मान्तरण में लगे लोगों (दाई) को भेजा जाना प्रमाणित हुआ है.
आरोपी मो. सलीम पिछले 17 वर्षों से साथी आरोपी इदरीस कुरैशी के साथ मिलकर धर्मांतरण के काम में कलीम सिद्दीकी को सहयोग कर रहा है. आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि, धर्मांतरण के लिए लोगों से संपर्क करने और कहीं आने जाने या किसी को ले जाने आदि कार्यों को सलीम, कलीम सिद्दीकी के बताए अनुसार करता था.