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दिनदहाड़े हुई फायरिंग में एक बच्चे ने बचा ली जान, शूटर गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े हुई फायरिंग में एक बच्चे ने कार सवार की जान बचा ली. वहीं पुलिस ने फायरिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जानें पूरा मामला...

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Published : Jan 4, 2021, 6:01 PM IST

talkatora police arrested three accused
लखनऊ में दिनदहाड़े फायरिंग केस में तीन आरोपी गिरफ्तार.

लखनऊ :राजधानी के तालकटोरा थाना क्षेत्र स्थित राजाजीपुरम के आईआईएस चौराहे पर कार सवार पर दिनदहाड़े हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके पास से घटना में इस्तेमाल हुई बाइक और पिस्टल भी बरामद कर ली है. वहीं इस घटना के खुलासे के लिए स्थानीय पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच व एसटीएफ की टीम को भी लगाया गया था. पुलिस आरोपियों से कई बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है कि आखिर इस घटना को अंजाम देने के पीछे का कारण क्या है.

जानकारी देते डीसीपी पश्चिम.

बदमाशों ने चोरी की गाड़ी से वारदात को दिया अंजाम

मिली जानकारी के मुताबिक, 15 दिसंबर को राजाजीपुरम के एमआईएस चौराहे के पास हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के लिए चोरी की बाइक का इस्तेमाल किया था. बाइक चोरी का मुकदमा पीजीआई कोतवाली में दर्ज है. घटना के समय पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए इन बदमाशों ने मोटरसाइकिल पर स्कूटी का नंबर डाल रखा था. घटना को अंजाम देने के बाद स्कूटी का नंबर बाइक से हटा दिया था. इसलिए कहीं भी उस नंबर की गाड़ी सीसीटीवी कैमरे में नहीं कैद हुई थी. इसका फायदा उठाकर बदमाश मौके से भाग निकले थे. पुलिस कैमरे में कैद हुई नंबर की गाड़ी को ढूंढ रही थी.

मुख्य शूटर समेत तीन गिरफ्तार

तालकटोरा पुलिस ने बताया कि राजाजीपुरम में हुई फायरिंग के मामले में तीन बदमाशों को तालकटोरा के बी-ब्लॉक के टूटी दीवार स्थान से गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए बदमाशों की पहचान अभिषेक, पंकज व अमन के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि इन बदमाशों में अभिषेक इससे पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है और यह मुख्य आरोपी शूटर है. फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है. सभी बदमाश शातिर किस्म के अपराधी हैं.

बच्चे के सामने आते ही भागे थे बदमाश

डीसीपी पश्चिम देवेश कुमार पांडेय ने बताया कि 15 दिसंबर को ये बदमाश हत्या करने के इरादे से आए हुए थे. एक हफ्ता लगातार रंजीत यादव की इन बदमाशों द्वारा रेकी की गई थी, जिसके बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया था. उन्होंने बताया कि घटना के समय जब फायरिंग की गई थी, उसी दौरान एक बच्चा सामने आ गया, जिसको बचाने के कारण ये लोग मौके से भाग निकले थे. भागने के बाद सभी बदमाश अलग-अलग जनपदों में छिपकर रह रहे थे.

हत्या करने आए, हो गए गिरफ्तार

डीसीपी पश्चिम ने बताया कि बदमाशों द्वारा एक बार हत्या में विफल होने के बाद अलग-अलग जनपदों में पुलिस से छिपकर निवास कर रहे थे. उसके बाद एक बार फिर रेकी कर इस घटना को अंजाम देने आए हुए थे. तभी पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली और उस पर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में अभिषेक सिंह आलमबाग से 302 यानी की हत्या के मामले में जेल जा चुका है. वहीं पंकज सिंह पर 308 का मुकदमा इससे पहले से दर्ज है. वहीं अमन सिंह थापा उर्फ भीम सिंह इस घटना में शामिल रहा है. मुख्य रूप से ये लोग प्रॉपर्टी का काम करते हैं. इन लोगों से अभी पूछताछ की जा रही है, जिससे कुछ अहम सुराग भी हाथ लगेंगे.

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