लखनऊ:कानपुर के सजेती और बाबू पुरवा के थाना प्रभारी को राज्य के डीजीपी के सीयूजी नंबर से कॉल की गई. डीजीपी के नंबर से आई कॉल को देखकर थाना प्रभारियों के हाथ पांव फूल गए. जब तक कुछ समझते खुद को डीजीपी बताने वाले शख्स ने गालियां देनी शुरू कर दीं. यही नहीं थाना प्रभारियों को जेल भेजने तक की धमकी दे डाली. इसका ऑडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया. जांच हुई तो पाया गया कि डीजीपी के सीयूजी नंबर की स्पूफिंग कर थाना प्रभारियों को कॉल की गई थी. अब हजरतगंज थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की तलाश में पुलिस, क्राइम ब्रांच और साइबर क्राइम सेल की टीम गठित की गई है.
हजरतगंज थाने के एसएसआई दयाशंकर द्विवेदी ने बताया कि बीते 26 फरवरी को एक ऑडियो वायरल हो रहा था. उसमें कानपुर के सजेती थाना प्रभारी और एक शख्स के बीच बातचीत हो रही थी. थाना प्रभारी को फोन करने वाला खुद को डीजीपी डीएस चौहान बता रहा था. इस वायरल ऑडियो की जानकारी आलाधिकारियों को दी गई और उनके निर्देश में जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि डीजीपी के सीयूजी नंबर की स्पूफिंग कर किसी जालसाज ने कई पुलिस अधिकारियों को कॉल की है.
कानपुर के दो थानों में गई थी DGP के नंबर से कॉल