लखनऊ: दिल्ली में लॉकडाउन के बाद बसों से लौट रहे अप्रवासी मजदूर लखनऊ के बस अड्डों पर मंगलवार दोपहर उमड़ पड़े. आलमबाग और चारबाग बस अड्डे पर श्रमिकों की भीड़ के आगे बसें कम पड़ गई. आलम यह रहा कि बस अड्डे पर बस आते ही लोग धक्का-मुक्की करके बसों में सवार होते नजर आए.
अधिकतर यात्री पूर्वांचल जिलों के रहने वाले
बीती रात दिल्ली से चले अधिकांश यात्री पूर्वांचल जिलों के आजमगढ़, देवरिया, बस्ती व गोरखपुर के रहने वाले हैं. इन यात्रियों को धीरे-धीरे करके बसों से रवाना किया जा रहा है. गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में बसें चले जाने की वजह से बसों की संख्या कम हो गई है. फिलहाल आनन-फानन में आरएम पल्लव बोस के निर्देश पर अनुबंधित बसों से श्रमिकों को भेजा जा रहा है.
बसों के लिए यात्रियों को करनी पड़ रही मशक्कत
यही वजह है कि दिल्ली-लखनऊ बसों से पहुंचे लोगों को अपने घरों तक जाने के लिए बस के इंतजार में बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. बता दें कि दिल्ली से जो बसें आ रही है. वह श्रमिकों को लखनऊ में छोड़कर वापस चली जा रही है. इस वजह से भी बस अड्डे पर श्रमिकों की भीड़ जुट गई है. जिन्हें धीरे-धीरे करके बसों से गृह जनपद भेजा जा रहा है.
खुलकर उड़ी कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकारें लॉकडाउन लगा रही है. लॉकडाउन लगने से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू होने की संभावना थी. इसके बावजूद यूपी की राजधानी लखनऊ के आलमबाग बस अड्डे पर कोई इंतजाम नहीं किया गया था. जिससे प्रवासी मजदूरों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. बस अड्डे पर प्रवासी मजदूरों की जांच की कोई व्यवस्था नहीं थी और न ही बसों को सैनिटाइज किया गया. ऐसे में लोग संक्रमण का खतरा लेकर यात्रा करने को मजबूर हैं.
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