लखनऊ:शहर की गली-गली चमकाने के दावे करने वाला नगर निगम पॉश इलाके को गंदगी के हवाले छोड़कर लापरवाही की नींद सो रहा है. हजारों की आबादी वाली काशीराम कॉलोनी में सड़कों पर बहता नालियों का गंदा पानी और गंदगी का अंबार स्वच्छता अभियान की कवायदों को मुंह चिढ़ा रहे हैं. नगर निगम के जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम यह है कि पूरी कॉलोनी में जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा हुआ है. लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला.
महीनों तक नहीं होती है सफाई
ईटीवी भारत से बात करते हुए यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि एक सप्ताह में अगर कोई सफाई कर्मचारी सफाई के लिए आता है तो वह सफाई करके कूड़े के ढेर को सड़क पर या फिर नाली के अंदर कूड़ा करके चला जाता है. जिसके बाद महीनों तक वापस सफाई के लिए नहीं आता है. लोगों ने बताया कि कूड़ा नलियों में जाने के बाद नालियां चोक कर जाती हैं, जिससे नालियों में गन्दा पानी भर जाता है. स्थानीय लोगों ने कई बार साफ सफाई को लेकर पार्षद से इसकी शिकायत की मगर समस्या का कोई हल नहीं निकला. लोगों का कहना है कि कॉलोनी के बीचो बीच में ही एक खाली पड़े प्लाट में सफाई कर्मचारी कूड़े को उठाकर डालते हैं. इस प्लाट में सुअर, गाय कचरा खाते रहते हैं और वही सुअर पूरी कॉलोनी में चक्कर काटता रहता है, जिससे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.
नलियों का गंदा पानी दे रहा है मच्छरजनित बीमारियों को दावत
स्थानीय लोगों ने बताया कि कूड़े के ढेर से नालियां पट जाती हैं, जिससे शाम होते ही मच्छरों का आतंक शुरु हो जाता है. नगर निगम की ओर से कॉलोनी में न तो फॉगिंग कराई जाती हैं न किसी कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है. जिससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित कई बीमारियां पनपने का खतरा बना हुआ है.