लखनऊ: राजधानी में लगातार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में त्योहार के समय में बाजारों से रौनक कहीं खो सी गई है. सोमवार को रक्षाबंधन है, जिसके चलते लॉकडाउन में भी मिठाई और राखियों की दुकानों को खोलने के आदेश दिए गए थे, लेकिन कोरोना के डर का आलम यह है कि बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. त्योहारों के समय बाजारों में रौनक रहना आम बात है. दुकानदारों की बिक्री भी त्योहारों में बढ़ जाती है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी की वजह से बाजारों में त्योहारों के रंग भी फीके पड़ गए हैं. ईटीवी भारत की टीम राजधानी के मोहनलालगंज में लगने वाली मार्केट में पहुंची, जहां आम दिनों के मुकाबले भी दुकानों पर ग्राहक नजर नहीं आए.
लखनऊ में कोरोना का कहर, त्योहारों के समय भी बाजार नहीं हुए गुलजार - लखनऊ में त्योहार के समय भी बाजार नहीं हैं गुलजार
राजधानी लखनऊ में त्योहार के समय में बाजारों में रौनकर नहीं है. ईटीवी भारत ने जब इस बारे में दुकानदारों से बात की तो उनका कहना था कि कोरोना वायरस के कारण दुकानों में सन्नाटा है. आम दिनों के मुकाबले भी दुकानों पर ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं.
ईटीवी भारत ने दुकानदारों से जब बात की तो उनका कहना था कि इस बार त्योहार में न के बराबर बिक्री हुई है. राखी बेचने वाले दुकानदार ने बताया कि इस बार बिक्री न होने की वजह कोरोना वायरस का डर है, जिस वजह से दुकानों पर ग्राहक नहीं आ रहे हैं. इस बार महामारी की वजह से राखियां भी महंगी मिल रही हैं. जब ईटीवी भारत ने मिठाई दुकानदारों से बात की तो उनका कहना था कि इस बार उन्होंने पहले ही एहतियात बरतते हुए कम मिठाइयां बनवाई थीं, लेकिन ग्राहकों की संख्या इतनी कम है कि कम बनाई गई मिठाइयां भी बिकना मुश्किल लग रहा है. वहीं इस दौरान सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइंस का भी दुकानों पर पूरी तरीके से पालन किया जा रहा है.