लखनऊ :बिजनौर जिले में लगातार बढ़ते जा रहे मानव और गुलदार या तेंदुआ संघर्ष की घटनाओं को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने अधिकारियों की एक टीम गठित की है. सामाजिक वानिकी वन प्रभाग, बिजनौर में इस साल जनवरी से अब तक मानव और वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं लगातार हो रही हैं. जिले के विभिन्न ग्रामीण और आबादी वाले क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गुलदार पाए जा रहे हैं और धीरे-धीरे इनकी संख्या में वृद्धि होती जा रही है. कई गुलदार आदमखोर हो गए हैं और इनके हमलों में कई लोग घायल भी हुए हैं. यही नहीं गुलदार पालतू पशुओं को भी अक्सर या तो मार डालते हैं या उन्हें घायल कर देते हैं. पर हमला कर उन्हें जख्मी एवं मार डालते हैं.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने जानकारी दी है कि जनवरी 2023 से अब तक कई व्यक्तियों की मौत गुलदार के हमलों में हो गई है. वहीं तमाम घटनाएं लोगों के घायल होने की भी हुई हैं. पशुओं की संख्या तो और भी ज्यादा है. यही कारण है कि बिजनौर और नजीबाबाद में गुलदार के हमले रोकने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक बरेली क्षेत्र विजय सिंह और प्रभागीय वनाधिकारी, हाथरस वन प्रभाग सीपी सिंह को नगीना क्षेत्र में समस्या के समाधान का जिम्मा सौंपा गया है. वहीं नजीबाबाद क्षेत्र में गुलदार के हमले रोकने के लिए वन संरक्षक अलीगढ़ राकेश चंद्रा और प्रभागीय वनाधिकारी हापुड़ संजय मल्ल को जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह धामपुर तहसील क्षेत्र के लिए वन संरक्षक मुरादाबाद रमेश चंद्रा और प्रभागीय निदेशक बागपत हेमंत सेठ को जिम्मेदारी दी गई है.