लखनऊः देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में आखिरी दिन कुल 889 मुसाफिरों ने सफर किया. इसमें 427 यात्री ट्रेन से लखनऊ से नई दिल्ली गए जबकि देर रात लखनऊ पहुंची तेजस में 462 यात्री नई दिल्ली से लखनऊ तक सफर करके पहुंचे. अब आइआरसीटीसी(IRCTC) ने ट्रेन संचालन बंद करने का निर्णय लिया है. अब तेजस का संचालन कब शुरू होगा, इस पर अभी अधिकारी कुछ भी कह पाने में असमर्थ हैं.
हर दिन का 13 लाख रुपए भुगतान
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) तेजस एक्सप्रेस के संचालन के लिए रेलवे को प्रतिदिन करीब 13 लाख रुपए का भुगतान करता है. इसमें मरम्मत के साथ लीज की दर भी शामिल है. पिछले साल चार अक्टूबर को लखनऊ से नई दिल्ली के बीच तेजस के कामर्शियल रन की शुरुआत हुई थी. इस ट्रेन के बाद ही मुंबई अहमदाबाद तेजस और कॉरपोरेट ट्रेन वाराणसी-इंदौर काशी महाकाल की शुरुआत हुई. इस साल मार्च तक यह ट्रेनें संचालित होती रहीं, लेकिन कोरोना में लॉकडाउन के कारण रेलवे को मार्च से इन ट्रेनों का संचालन भी बंद करना पड़ा.