लखनऊ: 69,000 शिक्षक भर्ती से वंचित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को कानून मंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. अभ्यर्थी 33 दिन से लगातार निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय के मैदान पर धरना दे रहे हैं. शिक्षक भर्ती मामले में मूल अभिलेखों की जांच कर नियुक्ति दिए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी अड़े हुए हैं.
नियुक्ति से वंचित शिक्षक अभ्यर्थियों ने कानून मंत्री को सौंपा ज्ञापन
69 हजार शिक्षक भर्ती से वंचित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को कानून मंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. 33 दिन धरनारत अभ्यर्थियों ने बताया कि काउंसिलिंग हो चुकी है और मूल प्रमाण पत्र भी जमा किए जा चुके हैं, लेकिन उनको मानवीय भूल के चलते हुई त्रुटियों से नियुक्ति नहीं दी जा रही.
ऑनलाइन फॉर्म भरते समय हुईं त्रुटियां
अभ्यर्थियों ने बताया कि सभी अभ्यर्थी प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए हैं, जिनकी काउंसलिंग हो चुकी है और मूल प्रमाण पत्र भी जमा किए जा चुके हैं, लेकिन उनको मानवीय भूल के कारण अभी तक नियुक्ति प्रदान नहीं की गई. अभ्यर्थियों का कहना था कि मानवीय त्रुटि बस प्राप्तांक अधिक एवं पूर्णक कम एवं अन्य छोटी-मोटी त्रुटियां ऑनलाइन फॉर्म भरते समय हुईं थीं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि कैबिनेट मंत्री को अपनी मांग से अवगत कराकर मांग की गई है कि, हमारे मूल अभिलेख देखकर नियुक्ति दी जाए. हम सभी स्टेट मेरिट में हैं. अभ्यर्थियों की तरफ से ज्ञापन मिलने के बाद कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने भरोसा दिलाया है कि, वह इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव से बात करेंगे . कैबिनेट मंत्री को ज्ञापन देने वाले अभ्यर्थियों में बबली पाल, क्षमा शुक्ला, सौरभ राय, हिमांशु वर्मा शामिल रहे.