उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

बेसिक शिक्षा विभाग के अभ्यर्थियों को बड़ी राहत, अब केवल एक ही एग्जाम के बाद मिल जाएगी नौकरी - योगी सरकार का फैसला

शिक्षा सेवा चयन आयोग की नई नियमावली के अनुसार शिक्षक भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को अब केवल एक बार ही रिटेन एग्जाम पास करना होगा. नए प्रावधान के मुताबिक एग्जाम के नंबर और अन्य शैक्षिक विवरण के आधार पर मेरिट का निर्धारण करके चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 19, 2023, 5:07 PM IST

लखनऊ : शिक्षा सेवा चयन आयोग की नई नियमावली सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में अब तक भर्ती की जो प्रक्रिया थी उसमें बड़ा बदलाव होने जा रहा है. नई नियमावली के तहत भविष्य में होने वाले शिक्षक भर्ती में बेसिक शिक्षा विभाग के संवर्ग में जो अभ्यर्थी आवेदन करेंगे. उन्हें अब तक बेसिक शिक्षा विभाग की भर्ती की जो प्रक्रिया थी उसका सामना नहीं करना पड़ेगा. नई शिक्षा सेवा चयन आयोग ने जो नियमावली जारी की है. उसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग के भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले नए अभ्यर्थियों को अब कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्हें अब केवल एक ही रिटन एग्जाम और इंटरव्यू के बाद तैयार हुए मेरिट से बेसिक शिक्षा विभाग में चयन का मौका मिल जाएगा.

शिक्षा सेवा चयन आयोग के नए प्रावधान.



अभी तक दो रिटन एग्जाम की व्यवस्था : बेसिक शिक्षा विभाग में अंतिम भर्ती वर्ष 2021 में 69000 शिक्षकों की आई थी. इस भर्ती में सरकार की तरफ से नया भर्ती प्रक्रिया भी लागू किया गया था. प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुधांशु मोहन ने बताया कि इस भर्ती प्रक्रिया में सरकार ने केवल टीईटी एग्जाम क्वालीफाई अभ्यर्थियों को नौकरी देने के बजाय सुपर टीईटी एक्जाम का प्रावधान भी कर दिया था. इसके तहत अभ्यर्थियों को बेसिक शिक्षा में नौकरी के लिए पिछली भर्ती में दो बार रिटर्न एग्जाम क्वालीफाई करना पड़ा. इसके बाद जो मेरिट तैयार हुई थी उसके आधार पर सभी अभ्यर्थियों को एक ही जिले में आवेदन करना था. इसके बावजूद उन्हें दूसरे जिलों में तैनाती दी गई थी. नए शिक्षा आयोग ने जो नियमावली अभी जारी की है उसको आधार माना जाए तो अब बेसिक शिक्षा विभाग में जो भी शिक्षकों की भर्ती आएगी उसमें अभ्यर्थियों को केवल एक ही डिटेल एग्जाम देना होगा. जो इस विभाग में भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए काफी राहत की बात होगी.




बेसिक शिक्षा विभाग में सबसे अधिक आवेदन :बेसिक शिक्षा विभाग में 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले में जिसमें उसने एक लाख 60 हजार शिक्षामित्र को सहायक शिक्षकों के तौर पर नियुक्ति को अवैध घोषित किया था. उसी के सापेक्ष भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी. इसके तहत पहले चरण में 68 हजार 500 पदों की भर्ती प्रक्रिया दिसंबर 2018 और दूसरे चरण में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का विज्ञापन वर्ष 2021 में निकल गया. इन दोनों ही भर्ती परीक्षा में पूरे प्रदेश से करीब 20 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. ऐसे में शिक्षा सेवा चयन आयोग की तरफ से जब उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा के लिए एक साथ भर्ती प्रक्रिया निकल जाएगी. तो सबसे अधिक आवेदन बेसिक शिक्षा विभाग के संवर्ग में होने वाली भर्ती प्रक्रिया के लिए ही आएगा.


नई नियमावली में न्यूनतम 40% अंक देना अनिवार्य : प्रदेश में उच्च शिक्षा माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा में शिक्षकों और अनुदेशकों की भर्ती के लिए गठित नई शिक्षा सेवा चयन आयोग ने अपनी गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत शिक्षकों के भारती के लिए लिखित परीक्षा 90% और साक्षात्कार 10% अंकों का होगा. नई नियमावली के अनुसार किसी परीक्षा के लिए साक्षात्कार जरूरी है या बोर्ड खुद तय करेगा. अगर सिर्फ लिखित परीक्षा से चरण होना है तो 100% अंक लिखित परीक्षा से ही होंगे अगर साक्षात्कार जरूरी है तो 10% से ज्यादा अंक का प्रावधान नहीं होगा. लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या खाली पदों की तुलना से 3 से 5 गुणा होगी.


यह भी पढ़ें : विधानसभा भवन का घेराव करने जा रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को पुलिस ने रोका, जानिए नियुक्ति में क्या फंसा है पेंच

69000 शिक्षक भर्ती : अभ्यार्थियों ने आरक्षण विसंगति को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद से की मुलाकात, मिला आश्वासन

ABOUT THE AUTHOR

...view details