लखनऊ:कलेक्ट्रेट सभागार में रविवार को जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की. बैठक में जिलाधिकारी ने कोरोना जांच और केसों पर चर्चा की. डीएम ने निर्देश दिया कि माल, मलिहाबाद, मोहनलालगंज में यूनिक कांटेक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए. ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जाए. जिलाधिकारी ने प्रतिदिन जनपद में 30 हजार वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित किया है.
लखनऊ में 30 हजार वैक्सीनेशन का लक्ष्य
लखनऊ में प्रतिदिन 30 हजार लोगों का होगा टीकाकरण - लखनऊ में कोरोना टीकाकरण
लखनऊ में रविवार को डीएम अभिषेक प्रकाश ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की. इस दौरान उन्होंने जनपद में प्रतिदिन 30 हजार वैक्सीनेशन का लक्ष्य निर्धारित किया. वहीं 26 जून को कोरोना काल के दौरान अच्छा काम करने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.
जिलाधिकारी ने कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य प्रतिदिन 20 हजार और तीन दिन बाद प्रतिदिन 30 हजार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी सावधानी बरतनी है. कोरोना से बचाव के प्रोटोकॉल्स जैसे मास्क लगाना, बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोना और 2 गज की शारीरिक दूरी का पालन करना अत्यंत आवश्यक है. आगामी 26 जून को कोविड के दौरान अच्छा काम करने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा.
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गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व होगी जांच
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी गर्भवतियों को प्रसव पूर्व जांच कराना सुनिश्चित किया जाए और सीआरएस पोर्टल पर जन्म–मृत्यु पंजीकरण का डाटा फीड करते हुए लाभार्थियों को सर्टिफिकेट दिए जाएं. साथ ही गर्भवतियों का जल्द से जल्द स्वास्थ्य केन्द्रों पर पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए. जननी सुरक्षा योजना का लाभ सभी को समय से मिले इसे सुनिश्चित कराया जाए. डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों की पहचान कर उन्हें इलाज मुहैया कराया जाए. साथ ही साथ नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाई जाए और बच्चों का नियमित टीकाकरण बढ़ाया जाए.
नियमित टीकाकरण से छुटे हुए बच्चों का होगा टीकाकरण
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड के कारण नियमित टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को सूची बनाकर उनका तत्काल नियमित टीकाकरण कराना सुनिश्चित कराया जा. उन्होंने ने बताया कि होम बेस्ड न्यू बोर्न केयर(एचएबीएनसी) के तहत आशा कार्यकर्ता नियमित रूप से गृह भ्रमण कर नवजात शिशुओं का वजन नापें और अन्य स्वास्थय सम्बन्धी जानकारियां लेना सुनिश्चित करे. साथ ही वह लोगों को कोविड से बचाव प्रोटोकॉल्स के बारे में भी बताएं.