लखनऊ :हैजा बैक्टीरिया से होने वाला जानलेवा रोग है, जो पानी से फैलता है. इस रोग के कारण मरीज में दस्त और पानी की कमी हो जाती है. इस रोग से पीड़ित मरीज को समय से इलाज न मिलने पर उसकी मौत हो जाती है. राजधानी स्थित डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल की डॉ. सुनीता ने बताया, कि हैजा वाइब्रियो कॉलेरी एक ग्राम नेगेटिव जीवाणु है, जो एक एंटेरोटॉक्सिन कॉलेरा टोक्सिन का उत्पादन करता हैं. इस रोग में व्यक्ति को अत्याधिक दस्त होता है और दस्त की वजह से शरीर में ग्लूकोज की कमी यानी डिहाइड्रेशन होने लगता है. यही वजह है, कि अगर हैजा के रोगी को सही समय पर इलाज नहीं मिलता है तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो जाती है. सिविल अस्पताल में ड्यूटी कर रहीं डॉ. सुनीता बताती हैं, कि उनकी ड्यूटी बीते कुछ दिनों से इमरजेंसी वार्ड में है.
अभी हाल ही में हैजा के कारण तीन बच्चे अपनी जिंदगी खो चुके हैं. बता दें, कि बीते कुछ दिन पहल हजरतगंज स्थित बालू अड्डा क्षेत्र में दूषित पानी पीने के कारण कई लोग हैजा के शिकार हुए थे. जिसमें से तीन बच्चों को सही समय पर इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई थी. बच्चों की मौत की किस बीमारी के कारण हुई है, इसकी जानकारी केजीएमयू की जांच रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो गया था. वर्तमान में भी बड़ी संख्या में लोग हैजा बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. हालांकि ये मरीज रिकवर भी हो रहे हैं, कुछ मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया है. डॉक्टर सुनीता बतातीं हैं, कि हैजा यानी कॉलेरा होने की मुख्य वजह दूषित पानी है.
स्वच्छ पानी का इस्तेमाल करें, गंदे पानी की वजह से हैजा बीमारी फैलती है. बहुत सारे लोग सोचते हैं कि ठंडा पानी पीने, आइसक्रीम खाने आदि से कॉलेरा हो जाता है. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, हैजा बीमारी पनपने की सिर्फ एक मुख्य वजह दूषित पानी है. अगर आप स्वच्छ पानी का इस्तेमाल करते हैं तो आपको हैजा की बीमारी नहीं हो सकती. हैजा से ग्रसित रोगी को यदि समय से इलाज न मिले, तो उसकी 3 घंटे घंटे के अंदर मृत्यु हो सकती है.