स्वीडन-कनाडा जैसे देशों से यूपी में आएगा बड़ा निवेश, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले हुए कई एमओयू - Sweden and Canada
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में निवेश के रास्ते आसान कर दिए हैं. दुनिया भर के निवेशक इसका लाभ उठाने को उत्सुक हैं. विभिन्न देशों में रोड शो और वन टू वन बिजनेस मीटिंग कर रही टीम योगी जब बड़े बिजनेस लीडर्स से मुलाकात करती है तो वे सहर्ष ही उत्तर प्रदेश में निवेश को तैयार हो जा रहे हैं.
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Published : Dec 16, 2022, 4:49 PM IST
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Updated : Dec 16, 2022, 5:54 PM IST
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में निवेश के रास्ते आसान कर दिए हैं. दुनिया भर के निवेशक इसका लाभ उठाने को उत्सुक हैं. विभिन्न देशों में रोड शो और वन टू वन बिजनेस मीटिंग कर रही टीम योगी जब बड़े बिजनेस लीडर्स से मुलाकात करती है तो वो सहर्ष ही उत्तर प्रदेश में निवेश को तैयार हो जा रहे हैं. इसका उदाहरण स्वीडन है, जहां से टीम योगी को 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं. स्वीडन की कंपनियां उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी, रिटेल, टूरिज्म, वेस्ट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में निवेश करने को तैयार हैं. वहीं कनाडा के वैंकूवर से भी टीम योगी को 1200 करोड़ रुपये के 6 एमओयू प्राप्त हुए हैं. इससे 600 रोजगार के अवसर सृजित होंगे. अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों में भी टीम योगी की निवेशकों से व्यापक चर्चा हुई है. इसके बाद कई कंपनियां यूपी में निवेश को लेकर इच्छुक हैं.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी की मंशा के अनुरूप प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का निश्चय किया है. इसके लिए फरवरी 2023 में राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाना है. जिसमें 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य तय किया गया है. इसकी पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में मंत्रियों और अधिकारियों की टीमें विभिन्न देशों में बड़े बिजनेस लीडर्स से निवेश को लेकर चर्चा कर रही हैं.
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी (Industrial Development Minister Nand Gopal Nandi) और लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद (Public Works Department Minister Jitin Prasad) की अध्यक्षता वाला प्रतिनिधिमंडल बुधवार को स्टॉकहोम में रोड शो के दौरान स्वीडिश बिजनेस कम्युनिटी से मिला. इस अवसर पर विभिन्न बिजनेस टू बिजनेस (बीटूबी) और गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट (जीटूजी) में डिफेंस, टेक्सटाइल व गारमेंट्स, फूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल व ईवी, रीन्यूएबल एनर्जी, वेस्ट एवं वाटर मैनेजमेंट और ट्रांसपोर्टेशन जैसे क्षेत्रों में निवेश को लेकर चर्चा की गई. अपर मुख्य सचिव (खेल एवं युवा मामले) नवनीत सहगल व उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रदेश की मजबूती के साथ ही स्वीडिश बिजनेस कम्युनिटी को रेड कॉर्पेट और समर्पित निवेश सुविधाओं के प्रति आश्वस्त किया.
नोएडा में रिटेल स्टोर खोलने जा रही आइकिया के ग्लोबल एक्सटेंशन हेड जेन क्रिस्टिनसन और पब्लिक अफेयर मैनेजर जेन क्रेलिना ने यूपी में अपने रिटेल स्टोर्स की शृंखला के विस्तार और लग्जरी मॉल्स के लिए 4300 करोड़ रुपये के निवेश का इरादा जताया है. प्रतिनिधिमंडल ने स्टॉकहोम में आइकिया गैलेरियन का भी दौरा किया. इसी तरह स्वीडिश निर्माण कंपनी सेरनेक ने यूपी में फिल्म सिटी प्रोजेक्ट में 10 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया. वहीं बोसोन एनर्जी ने वेस्ट एनर्जी प्रोजेक्ट (Waste Energy Project) के लिए एक हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया और पर्यटन से जुड़े करीब 40 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव भी मिले.
वैंकूवर में 6 एमओयू पर हुए हस्ताक्षर
अमेरिका से भी मिले निवेश के प्रस्ताव
कनाडा के वैंकूवर में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह की अगुवाई में उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल को निवेश के कई प्रस्ताव मिले हैं. प्रतिनिधिमंडल ने यहां बिजनेस कम्युनिटी के साथ 6 निवेश प्रस्ताव (एमओयू) साइन किए जिनकी कुल कॉस्ट 1200 करोड़ रुपये है. यह निवेश प्रस्ताव आईटी पार्क, एल्यूमिनियम व किचेन सप्लाई की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, होटल्स आदि से जुड़े हैं. इन निवेश प्रस्तावों से 600 से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे. प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटिश कोलंबिया (British Columbia) के स्पीकर राज चौहान से भी मिला और निवेश की संभावनाओं पर बातचीत की.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में कई बड़े बिजनेस लीडर्स से मिला. न्यूयॉर्क में उनकी मुलाकात बिज2क्रेडिट के को-फाउंडर रोहित अरोड़ा से हुई जिन्होंने भारत में 500 मिलियन डॉलर का निवेश कर रखा है. उनसे प्रदेश में बिजनेस एक्सपैंशन को लेकर चर्चा की गई. इसी तरह प्रतिनिधिमंडल इनबेव के ग्लोबल वाइस प्रेसीडेंट रेगुलेटरी और पब्लिक अफेयर्स आंद्रियस पेनेट से भी मिला और बातचीत के बाद यहां यूपी में निवेश को लेकर एमओयू भी साइन किया गया. वहीं आईक्रिएट के फाउंडर पराग अमीन से मुलाकात के दौरान यूपी में फोस्टर स्टार्टअप के विकास को लेकर एक एमओयू हुआ. ई कुबेर वेंचर्स के को-फाउंडर और एमडी अजय श्रीवास्तव के साथ डिफेंस, ड्रोन्स और स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई. प्रतिनिधिमंडल ने डेल्टाग्रिड मीटरिंग से अर्बन व रूरल एरियाज में स्मार्ट मीटर्स के लोकल मैन्युफैक्चिरंग को लेकर चर्चा की. केंड्रिल के सीईओ मार्टिन श्क्रोइडर आईटी और आईटीईएस के क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट व आईटी पार्क में भागीदारी को लेकर आग्रह किया.
सिंगापुर को डिफेंस, ईवी, बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में निवेश का ऑफर : इधर, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Water Power Minister Swatantra Dev Singh) की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में बिजनेस मीटिंग की. प्रतिनिधिमंडल विडा टेक्नोलॉजी (Vida Technology) के एमडी से मिला और उत्तर प्रदेश में ओईएम/ओडीएम टेक्नोल़ॉजी में निवेश के विभिन्न माध्यमों पर चर्चा की. प्रतिनिधिमंडल ने विडा टेक्नोलॉजी के एमडी को आश्वासन दिया कि प्लांट लगाने के लिए भूमि प्राथमिकता के आधार पर प्रदान की जाएगी और यह भी आश्वस्त किया कि सभी हैंडहोल्डिंग सहमतियां भी प्रदान की जाएंगी. प्रतिनिधिमंडल यहां सिंगापुर इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन नील पारेख और कुछ अन्य लीडिंग इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों से भी मिला. इस अवसर पर उनके साथ डिफेंस, ईवी, बैंकिंग व फाइनेंस, एजुकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर एवं आईटी व संबंधित उद्योगों में सिंगापुर को निवेश की संभावनाओं से परिचित कराया गया और निवेश का आग्रह किया गया. एशिया की बड़ी अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टिंग फर्म सुर्बना जुरोंग के सीईओ हरी पुलोंगसुंदरम के उनके मुख्यालय में मुलाकात की गई. इस दौरान उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट सिटी और हाउसिंग डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में निवेश जुटाने के लिए राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में व्यापक चर्चा हुई. टीम योगी ने उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए अपने क्लाइंट बेस को जुटाने और प्रोत्साहित करने के लिए भी जोर दिया.