लखनऊ: परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को यूपी भाजपा का नया अध्यक्ष घोषित किया गया है. स्वतंत्र देव सिंह भाजपा के ओबीसी समाज से आने वाले कुर्मी जाति के नेता हैं. वह प्रदेश संगठन में महामंत्री सहित तमाम महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय भाजपा नेतृत्व ने ओबीसी कार्ड खेला है और इसी समाज से आने वाले स्वतंत्र देव सिंह को नया अध्यक्ष बना दिया है.
बीजेपी के 15वें प्रदेश अध्यक्ष होंगे स्वतंत्र देव सिंह. बीजेपी युवा मोर्चा की संभाल चुके हैं कमान
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा वह लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश राज्य के प्रभारी भी रहे हैं. कार्यकर्ताओं के बीच उनकी पकड़ और पहुंच काफी बेहतर मानी जाती है. इन्हीं खूबियों को देखते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें यूपी बीजेपी की कमान सौंपी है. डॉ. महेंद्र नाथ पांडे के नरेंद्र मोदी सरकार पार्ट-2 में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद यूपी बीजेपी अध्यक्ष पद की कुर्सी खाली थी. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने स्वतंत्र देव सिंह को यूपी भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की जानकारी दी.
बीजेपी के 15वें प्रदेश अध्यक्ष होंगे स्वतंत्र देव सिंह
स्वतंत्र देव सिंह यूपी बीजेपी के 15वें अध्यक्ष होंगे. बुंदेलखंड के उरई के रहने वाले स्वतंत्र देव सिंह अपने छात्र जीवन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और फिर उनका शुरू हुआ यह सफर युवा मोर्चा होते हुए भाजपा तक आया. स्वतंत्र देव सिंह भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे. स्वतंत्र देव सिंह बीजेपी यूपी संगठन में भी महामंत्री सहित कई दायित्वों पर रहे. इसके अलावा वह प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे हैं. बीजेपी नेतृत्व में उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया था. इसके अलावा उन्हें मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों का प्रभारी बनाया गया. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत दिलाने के बाद योगी सरकार में परिवहन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेदारी भी स्वतंत्र देव सिंह को दी गई.
2022 विधानसभा चुनाव पर बीजेपी की नजर
बीजेपी नेतृत्व ने 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए ओबीसी कार्ड खेला है और पिछड़े समाज से आने वाले स्वतंत्र देव सिंह को यूपी बीजेपी कमान सौंप दी है. बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी भाजपा ने यूपी में पिछड़ा कार्ड खेलते हुए केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था. ओबीसी समाज को बीजेपी के पक्ष में जुटाने में भी केशव प्रसाद मौर्य की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. बीजेपी एक बार फिर पिछड़ा कार्ड खेलते हुए कुर्मी जाति से आने वाले स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का बड़ा फैसला किया है. स्वतंत्र देव सिंह के सामने पहली सबसे बड़ी चुनौती यूपी में 12 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव की है. इसके बाद उनकी दूसरी सबसे बड़ी चुनौती 2022 के विधानसभा में भाजपा सरकार को फिर से प्रदेश में वापस लाना.
हम अपने केंद्रीय नेतृत्व को बधाई देते हैं कि उन्होंने प्रदेश की कमान एक युवा और ऊर्जावान, जिसे संगठन का अच्छा अनुभव है उन्हें दी है. स्वतंत्र देव सिंह युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और प्रदेश के महामंत्री भी रहे. उन्होंने इन दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से किया है. उनके अनुभव का बीजेपी को चुनावी राज्यों में लाभ मिला. निश्चित रूप से हम उनके नेतृत्व में 'सबका साथ -सबका विकास और सबका विश्वास' कायम करने के लिए काम करेंगे. उनके नेतृत्व में बीजेपी संगठन को मजबूती जरूर मिलेगी.
-हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा