लखनऊ : केजीएमयू में डेढ़ साल पहले ट्रक से लाखों का सामान बाहर भेजने का खेल उजागर हुआ था. जांच के बाद इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया था. अब उस इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है.
केजीएमयू में नेडा द्वारा एलईडी लाइट भेजी गई थीं. पांच अक्टूबर 2020 को सुबह एक ट्रक ( संख्या यूपी 32 एटी 8181) फर्जी गेट पास के माध्यम से एक जनरेटर, एलईडी व अन्य उपकरण लोड कर केजीएमयू से बाहर जा रहा था. मुख्य पीआरओ दफ्तर के पास कर्मचारियों ने ट्रक को रोक लिया और जांच की.
ट्रक ड्राइवर व कर्मचारियों ने दस्तावेज दिखाए. कर्मचारियों को दस्तावेज फर्जी लगे. कर्मचारियों ने इसकी सूचना तत्कालीन चीफ प्रॉक्टर डॉ. आरएएस कुशवाहा को दी. प्रॉक्टर टीम संग मौके पर पहुंचे. ट्रक में 990 एलईडी लाइट मिलीं. इन लाइटों की स्टॉक में इंट्री नहीं की गयी थीं. इंजीनियर ने इसके लिए कंपनी को रिसीविंग भी दी थी लेकिन ये लाइट कहीं नहीं लगाई गईं. ट्रक में 10 केवीए का जनरेटर लदा था. इसकी स्टॉक में इंट्री नहीं थी.