लखनऊ: उत्तर प्रदेश के श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष राज्य मंत्री सुनील भराला ने प्रवासी मजदूरों को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लगातार प्रवासी मजदूरों के हित में काम कर रही है. उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूरों को लाया जा रहा है और इनके भोजन पानी की चिंता, इनके स्वास्थ्य परीक्षण की चिंता लगातार राज्य सरकार गंभीरता से कर रही है.
श्रम राज्यमंत्री सुनील भराला से खास बातचीत प्रवासी मजदूरों के दूसरे राज्य में जाने के लिए अनुमति देने को लेकर राज्य सरकार के बयान पर राज्य मंत्री सुनील भराला ने कहा कि उन्हें इस प्रकार की जानकारी नहीं है. अगर ऐसा कोई सवाल खड़ा हुआ है तो निश्चित रूप से यह निराशाजनक है. यह अफसरों द्वारा फैलाई गई भ्रांति है. इसी कारण यह सवाल खड़ा हो रहा है और मुझे नहीं लगता है कि हमारी सरकार इस प्रकार के फैसले करेगी और यह संभव भी नहीं है.
उत्तर प्रदेश में श्रमिकों और कामगार मजदूरों के कार्य अवधि 72 घण्टे करने के बढ़ोतरी किए जाने के सरकार के फैसले और फिर बैकफुट पर आने के सवाल पर श्रम राज्य मंत्री सुनील भराला ने कहा कि हमारी सरकार ने तत्काल उस निर्णय को बदला था. हमारी सरकार ने फैसले को तुरंत बदला था और मजदूर आराम से अपनी रोजी-रोटी के लिए अब पहले की तरह 8 घंटे काम कर सकेंगे.
उन्होंने कहा भारत में अगर कोई राजनीतिक दल है तो भारतीय जनता पार्टी ही है, जो श्रमिकों, मजदूरों के कल्याण की बात करती है. जनसंघ से लेकर अब तक हमारी पार्टी मजदूरों श्रमिकों कामगारों की बात करती है. हम इसी प्रकार लगातार मजदूरों के हित में काम करते रहेंगे और हमारी पार्टी की सरकार कभी भी मजदूरों के अहित करने वाले निर्णय नहीं ले सकती है.
श्रम कल्याण राज्य मंत्री सुनील भराला कहते हैं कि हम मजदूरों की पूजा करने वाले लोग हैं. जनसंघ के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी का यह जन्म शताब्दी वर्ष है और हम लोग लगातार मजदूरों के हित में काम कर रहे हैं. इसी प्रकार काम करते रहेंगे. श्रमेव जयते के नारे के साथ ही हम लोग काम कर रहे हैं और मजदूरों के हित में लगातार सरकार निर्णय करती है.
श्रम राज्यमंत्री सुनील भराला ने कि प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए हमने उत्तर प्रदेश में एक कमेटी बनाई है. उसके माध्यम से प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिए जाने का काम किया जाएगा. मनरेगा या अन्य सरकारी योजनाएं हैं. जिनकी मदद से प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है.