लखनऊः गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश के गन्ना विकास विभाग द्वारा ईज आफ डूइंग बिजनेस के तहत गन्ना किसानों की गणना संबंधी समस्याओं का सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा ठोस निराकरण किया जा रहा है. इस कड़ी में पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि गन्ना किसानों की पर्ची बेकार न जाए. इसके लिए किसानों को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें.
अब मिलेगा चार बार मौका
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना किसानों को अपने गन्ने की तौल कराने के लिए अब तक एक बार ही मौका मिलता था. जिसके कारण गन्ना किसानों को काफी समस्याएं होती थी. जिसे ध्यान में रखते हुए गन्ना किसानों की पर्ची निर्धारित समय बीत जाने के बाद अब उन्हें चार मौके दिए जाएंगे, जिससे वह अपने गन्ने को चीनी मिल पर ले जाकर तौलवा सकें.