लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में जनवरी के अंत तक सत्र 2020-21 के फर्स्ट ईयर स्टूडेंट्स के हाॅस्टल का आवंटन हो सकेगा. वहीं रोजाना दर्जनों स्टूडेंट्स जिन्होंने इस वर्ष एडमिशन लिया है, वे हॉस्टल्स के लिए एक विभाग से दूसरे विभाग कमरें अलॉट करने की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं. लविवि प्रशासन के मुताबिक, छह हॉस्टलों में मरम्मत का कार्य चल रहा है, जिसके चलते कमरों का आवंटन नहीं हो पा रहा है.
'एलयू' में इस महीने तक हो सकेगा हाॅस्टल का आवंटन - लखनऊ समाचार
लखनऊ यूनिवर्सिटी के प्रथम वर्ष में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स हॉस्टल के लिए एलयू के चक्कर लगा रहे हैं. हालांकि उन्हें हॉस्टल के लिए अभी इंतजार करना होगा. एलयू के 6 बड़े हॉस्टल कैलाश, बीरबल साहनी, गोल्डन जुबली व सुभाष, हब्बीबुला और महमूदाबाद हॉस्टल में मरम्मत का कार्य जारी है.
एलयू के डीएसडब्ल्यू कार्यालय में रोजाना कई छात्र हाॅस्टल के लिए आवेदन लेकर पहुंच रहे हैं. इनमें सबसे अधिक परेशान शहर के बाहर से आने वाले छात्र हैं. प्रो. पूनम टंडन के मुताबिक, अभी सिर्फ पुराने छात्रों को ही हॉस्टल अलॉट किया जा रहा है, जो पिछले सेमेस्टर में हॉस्टलों में रहे थे. हालांकि उनमें भी मेरिट के आधार पर हॉस्टल का अलॉटमेंट किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि चार बड़ें हॉस्टलों में मरम्मत का कार्य होने के कारण कमरों की संख्या अभी घट गई है, जिस वजह से ऐसी समस्याएं आ रही हैं.
जनवरी के अंतिम सप्ताह तक हो सकेगा आवंटन
लविवि प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि जनवरी के अंतिम सप्ताह तक जिन हाॅस्टलों में मरम्मत का कार्य चल रहा है. वह सभी हॉस्टल तैयार हो जाएंगे. हालांकि छात्रों को मौजूदा समय में जो समस्याएं आ रही हैं, उनकी समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है. जिन्होंने अवेदन किया है, उन्हें नियमानुसार हॉस्टल अलॉट जल्द से जल्द करने की कोशिश की जाएगी.
इन हॉस्टल की हो रही है मरम्मत
कैलाश, बीबल साहनी, गोल्डेन जुबली, सुभाष, हब्बीबुला और महमूदाबाद छात्रावासों में मरम्मत का कार्य चल रहा है.