लखनऊ :समाज कल्याण विभाग के अधीन चलने वाले प्रदेश के कुल 105 जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय (Social Welfare Department) में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब अंग्रेजी बोलने में निपुण किया जाएगा. इसके लिए इन विद्यालय में पढ़ा रहे अंग्रेजी शिक्षकों को पढ़ाने के साथ ही बोलने में भी निपुण किया जा रहा है. समाज कल्याण विभाग की ओर से शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए "अंग्रेजी साक्षरता प्रोग्राम" शुरू किया गया है. इसके तहत इन विद्यालयों के कुल 158 शिक्षकों को तीन दिनों तक ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अशोक फैलो लीप फॉरवर्ड संस्था की तरफ से जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हो गई. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में कक्षा 6 से 10 तक अंग्रेजी विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस प्रशिक्षण के माध्यम से इन शिक्षकों में अंग्रेजी विषय को समझने के साथ ही अंग्रेजी भाषा को सरलता से बोलते की भी ट्रेनिंग दी जा रही है.
बच्चों को सिखाए जाएगा इंग्लिश पढ़ना और बोलना :समाज कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि 'सर्वोदय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्राओं के अंग्रेजी बोलने व पढ़ने के स्तर को सुधारने के लिए अन्य विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों का चयन किया गया है. जिसे संस्था के माध्यम से अंग्रेजी बोलने की ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्होंने बताया कि इन विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 6 से 10 तक के छात्राओं के अंग्रेजी क्षमता को विकसित कर उन्हें भविष्य में आने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं व चुनौतियों के लिए तैयार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विभाग के अधीन चलने वाले इन विद्यालयों में ज्यादातर बच्चे ग्रामीण परिवेश से आते हैं, ऐसे में उन्हें अंग्रेजी बोलने व समझने में काफी दिक्कत होती है. ऐसे में इन बच्चों के ज्ञान को बढ़ाने के लिए जहां विभाग आम बोल चाल की भाषा में पढ़ाई कर रहा है तो वहीं अब इन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए अंग्रेजी भाषा का भी ज्ञान देने की तैयारी शुरू की है. ऐसे में समाज कल्याण विभाग की कोशिश है कि शिक्षकों को अंग्रेजी में दक्ष किया जा सके, जिससे वे अंग्रेजी पढ़ने और बोलने में न तो रुकें और न ही हिचकिचाएं, बल्कि धारा प्रवाह अंग्रेजी बोल सकें. जिससे आगे चलकर इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने और रोजगार पाने में किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.'