लखनऊः इन दिनों लखनऊ यूनिवर्सिटी का नजारा कुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा है. एसपी, एनएसयूआई और एबीवीपी के छात्रसंघ आजकल एक मंच पर ही दिखाई दे रहे हैं. दरअसल मुद्दा ही ऐसा है, यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ बहाली का.
यूनिवर्सिटी का बदला माहौल
लखनऊः इन दिनों लखनऊ यूनिवर्सिटी का नजारा कुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा है. एसपी, एनएसयूआई और एबीवीपी के छात्रसंघ आजकल एक मंच पर ही दिखाई दे रहे हैं. दरअसल मुद्दा ही ऐसा है, यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ बहाली का.
यूनिवर्सिटी का बदला माहौल
सबसे खास बात ये है कि इस बार धरना प्रदर्शन जैसी गतिविधियों के बजाये इन छात्रों ने शांतिपूर्ण ढ़ंग से अपनी बात को आम छात्रों और जिम्मेदारों तक पहुंचाने की मुहिम शुरू की है. बीते 9 दिन से लगातार छात्र संवाद के माध्यम से आम छात्रों को इस मुहिम से जोड़ा जा रहा है. बीते दिनों क्लास रूम में जाकर आम छात्रों से संवाद किया गया. इसी तरह बीते 2 दिन से छात्रों के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाकर उनका समर्थन लिया जा रहा है.
छात्र नेता आर्यन मिश्रा का कहना है कि छात्र संघ छात्रों के लिए अपनी बात रखने का एक सशक्त माध्यम है. जब से ये बंद हुआ है, छात्रों की सुनवाई खत्म हो चुकी है. देव सिंह कहते हैं कि यूनिवर्सिटी प्रशासन अपनी मनमानी करता है. छात्र संगठन न होने की वजह से कोई उन्हें रोक भी नहीं पाता. शायद यही वजह है कि इसे लागू नहीं होने दिया जा रहा. इसमें अतुल सिंह, आर्यन मिश्रा, देव सिंह, आशुतोष मिश्रा, प्रियेश मिश्रा, नवीन पटेल, आलोक सिंह, उत्कर्ष ठाकुर, हिमांशु तिवारी समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शिरकत कर रहे हैं.