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लखनऊ: टीचर की डांट से बचने के लिए बच्चों ने रची किडनैपिंग की झूठी कहानी, जानें पूरा मामला - यूपी समाचार

लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें दो बच्चों ने टीचर की डांट से बचने के लिए अपने ही अपहरण की कहानी रच डाली. फिलहाल पुलिस ने बच्चों को हिदायत देकर घर भेज दिया गया है.

बच्चों ने रची किडनैपिंग की झूठी कहानी.

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Published : Jul 8, 2019, 10:43 PM IST

लखनऊ: राजधानी के मौज्जम नगर में दो बच्चों के अपहरण की घटना में एक नया मोड़ आया है. दरअसल बच्चों ने टीचर की डांट से बचने के लिए अपने ही अपहरण की कहानी रची थी. स्कूल के बाहर से दो बच्चों के अपहरण की सूचना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी. आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चों से घटनास्थल की जानकारी लेना शुरू कर दी थी, लेकिन पुलिस की जांच में अपहरण की कहानी पूरी झूठी निकली.

क्या था पूरा मामला:

  • बीएसडी पब्लिक स्कूल के दो छात्रों का एक संदिग्ध वैन सवार ने अपहरण कर लिया.
  • अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर बच्चों ने घर पहुंचकर आपबीती बताई.
  • पुलिस ने मामले में आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू किया.
  • इस मामले में टीचर की डांट से बचने के लिए बच्चों ने अपहरण की झूठी कहानी रची थी.
    बच्चों ने रची किडनैपिंग की झूठी कहानी.

स्कूली बच्चों ने परिजनों को जानकारी दी थी कि-

  • उनको स्कूल के रास्ते से वैन गाड़ी सवार नकाबपोश बदमाश उठा ले गए थे.
  • सड़क पर गिरा सामान उठाने के बहाने से उनका का अपहरण कर लिया गया था.
  • अपहरणकर्ताओं से बचने के लिए गाड़ी का शीशा तोड़कर लोगों से मदद मांगी.
  • उनके चिल्लाने के बाद अपहरणकर्ता उनको छोड़कर भाग निकले.
  • यह जानकारी पाने के बाद ही बच्चों के परिजनों ने पुलिस से इस घटना में मदद मांगी थी.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अपहरण की कहानी बिल्कुल झूठी निकली. पुलिस ने बच्चों से मिली सूचना के बाद से घटनास्थल का मुआयना किया. पुलिस ने बताया कि जिस स्थान पर बच्चों को अपहरण हुआ था वहां सीसीटीवी लगा हुआ था और अपहरणकर्ताओं से छूटने की जगह पर भी कैमरा लगा था, लेकिन दोनों ही जगहों पर इन बच्चों के न होने की बात सामने आई.

पुलिस ने बताया कि इसके बाद बच्चों से जब सही जानकारी देने को कहा तो बच्चों ने घटना पर से खुद ही पर्दा उठा दिया, जिसमें बच्चों ने बताया कि स्कूल पहुंचने में देर हो गई थी और स्कूल से मिला काम भी पूरा नहीं किया गया था, जिसके कारण ही दोनों लोग एक पार्क में जाकर बैठ गए थे और घर पहुंचने पर परिजनों से बचने के लिए यह कहानी रची थी.

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