लखनऊ:हिन्दू शास्त्रों में हर महीने का अपना खास महत्व है. हिन्दू पंचांग के अनुसार 14 अक्टूबर को कार्तिक महीने की शुरुआत हुई है. शास्त्रो में कार्तिक महीने को सबसे पवित्र माह माना गया है. इस महीने में नदियों में स्नान और दीपदान का भी विशेष महत्व बताया गया है. ईटीवी भारत ने इस महीने की महत्ता को लेकर ज्योतिषाचार्य पंडित उमाशंकर मिश्र से खास बात की, जहां उन्होंने इस महीने की शास्त्रों में विघित महत्ता के बारे में बताया.
ज्योतिषाचार्य पंडित उमाशंकर देते जानकारी. शास्त्रों में कार्तिक को माना गया सबसे पवित्र महीना
पंडित उमाशंकर मिश्र ने बताया कि हिंदू शास्त्र में कार्तिक महीने को सबसे पवित्र माह माना गया है. इस महीने में नदियों में स्नान और दीपदान का भी विशेष महत्व है।
इस महीने मनाए जाते हैं पर्व
पंडित उमाशंकर ने बताया कि इस महीने ही सुहागिनों का पर्व करवाचौथ मनाया जाता है. यह व्रत पति की लंबी आयु और सौभाग्य के लिए रखा जाता है.
25 से शुरू होगा दीपों का पर्व
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि तारीख 25 से दीपों का महापर्व शुरू होगा, क्योंकि 25 को धनतेरस है. इस दिन मां लक्ष्मी के साथ ही भगवान धन्वंतरि की भी पूजा की जाती है. वहीं तारीख 26 को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी. रविवार 27 तारीख को दीपों का पर्व दीपावली मनाई जाएगी. अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाएगी. वहीं 29 तारीख को भाई दूज मनाया जाएगा.
भगवान विष्णु को सबसे प्रिय है कार्तिक महीना
पंडित उमाशंकर ने बताया कि भगवान विष्णु को कार्तिक महीना सबसे प्रिय है. इस महीने में तुलसी की भी पूजा का विधान है. रविवार को छोड़कर बाकी दिन रात में तुलसी के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए. इससे विशेष कृपा मिलती है.