उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

कालीचरण इंटर कॉलेज के 85 शिक्षकों और कर्मचारियों का रुका वेतन, प्रधानाचार्य ने बताई यह वजह - लखनऊ ताजा खबर

माध्यमिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक नया कारनामा सामने आया. इन अधिकारियों ने राजधानी के एक एडेड स्कूल के 85 शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है.

महिला आईएएस की खिदमत में चपरासी को भेजने से किया इनकार
महिला आईएएस की खिदमत में चपरासी को भेजने से किया इनकार

By

Published : Mar 17, 2021, 4:16 PM IST

लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक नया कारनामा सामने आया. इन अधिकारियों ने राजधानी के एक एडेड स्कूल के 85 शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है. परेशान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय में भी उसकी शिकायत दर्ज कराई है. शिकायती पत्र की कॉपी भी ईटीवी भारत के पास उपलब्ध है.

जानकारी देते संवाददाता

यह है पूरा मामला
राजधानी के कालीचरण कॉलेज के प्रिंसिपल को माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से बीते दिनों एक पत्र जारी किया गया था. पत्र में माध्यमिक शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के आदेश पर कालीचरण कॉलेज में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कृष्ण मिश्र को अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में शासकीय कार्यों के लिए तैनात किए जाने की बात कही गई. पत्र में संबंधित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को तत्काल अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में कार्य करने के लिए निर्देश दिए जाने को कहा गया.

इसे भी पढ़ें-अखिलेश के जेहन से डिलीट हो चुके आजम खान- कांग्रेस

प्रिंसिपल ने किया इनकार
कालीचरण इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. महेंद्र नाथ राय ने बताया कि इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. इसलिए उन्होंने शिक्षा विभाग से स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने को कहा. प्रिंसिपल ने आशंका जताई है कि इसी के चलते विद्यालय में कार्यरत करीब 85 शिक्षकों कर्मचारियों का वेतन अभी तक जारी नहीं किया गया. शिक्षा विभाग के इस कारनामे से परेशान कालीचरण इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय में इस पूरे प्रकरण के संबंध में लिखित शिकायत भी सौंपी है. इसकी कॉपी भी ईटीवी भारत के पास उपलब्ध है.

शिक्षकों का कहना है कि वेतन न मिल पाने के कारण आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. एलआईसी से लेकर बैंक की मासिक किस्त में फंसी हुई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. विभाग के डर से कोई भी शिक्षक सामने आकर बोलने को तैयार नहीं है.

अब, पक्ष रखने से भी बच रहे
ईटीवी भारत की टीम ने इस मुद्दे पर अपर मुख्य सचिव का पक्ष लेने की कोशिश की. उनसे संपर्क साधा गया. लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

ABOUT THE AUTHOR

...view details