लखनऊ:उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test) के दौरान रविवार को यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने प्रयागराज, मेरठ व वाराणसी से पांच सॉल्वर को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया सॉल्वर में विजय बहादुर जौनपुर का रहने वाला है और प्रयागराज के परीक्षा केंद्र शिव बालक सिंह इंटर कॉलेज में दूसरे के स्थान पर बैठा हुआ था. जबकि दूसरा सॉल्वर पप्पू सिंह उर्फ अर्नव सिंह बिहार का रहने वाला है. पप्पू सिंह वाराणसी के परीक्षा केंद्र ऋषिकुल एजुकेशनल उच्चतर माध्यमिक विद्यलाय में दूसरे स्थान पर परीक्षा दे रहा था. वहीं, साल्वर मोनू प्रजापति, अनिल कुमार और राजा तोमर भी एसटीएफ हत्थे चढ़े हैं.
गौरतलब है कि रविवार को यूपी टीईटी परीक्षा 2021 को नकल विहीन ढंग से संपन्न कराने के लिए एसटीएफ की टीम को जिम्मेदारी दी गई थी. एसटीएफ की टीम द्वारा अलग-अलग जनपदों में परीक्षा को नकल विहीन ढंग से कराने के लिए लगी हुई थी. इसी दौरान जौनपुर में एसटीएफ की टीम को सूचना मिली की थाना सराय ख्वाजा क्षेत्र अंतर्गत परीक्षा केंद्र ऋषि कुल एजुकेशनल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर गौर स्थित एक अभ्यर्थी महेंद्र प्रताप यादव रंजीतपुर जौनपुर के स्थान पर एक सॉल्वर बैठकर परीक्षा दे रहा है. वहीं दूसरी ओर प्रयागराज एसटीएफ को सूचना मिली कि परीक्षा केंद्र शिवबालक सिंह इंटर कॉलेज बरामार थाना औद्योगिक क्षेत्र में एक सॉल्वर दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहा है. इसी तरह मेरठ में भी अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर तीन सॉल्वर परीक्षा दे रहे हैं. मौके पर पहुंची टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से सॉल्वरों को गिरफ्तार कर लिया.
प्रयागराज में पकड़ा गया सॉल्वर विजय बहादुर
वहीं, प्रयागराज में पकड़ा गया विजय बहादुर सरोज ने पूछताछ में बताया कि वह मोहल्ला सलोरी जनपद प्रयागराज में स्थित मनोज पासी के लॉज में किराए का कमरा लेकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है. उसी मोहल्ले में मूल अभ्यर्थी दीपक कुमार भी बीटीसी करने के बाद टीईटी की तैयारी करता था. दीपक कुमार ने परीक्षा के लिए सभी कूट रचित आधार कार्ड, प्रवेश पत्र आदि प्रपत्र तैयार कराए गए तथा 35 हजार में परीक्षा देने की बात की थी. जिसमें से उसको 5 हजार रुपये एडवांस के रूप में भी मिल चुका था तथा शेष 30 हजार परीक्षा पास होने पर दिया जाता.
वाराणसी से सॉल्वर पप्पू सिंह गिरफ्तार
इसी तरह वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर पप्पू सिंह उर्फ अर्नव सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह वैशाली बिहार का मूल निवासी है. वह महेंद्र प्रताप यादव के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहा था. उसने बताया कि वह और महेंद्र प्रताप यादव मित्र हैं. वह दोनों राजीव गांधी B.Ed कॉलेज धारवाड़ चेन्नई से एक साथ B. Ed किया था. तभी से दोनों में मित्रता हो गई थी. इसी मित्रता के कारण वह महेंद्र प्रताप यादव के स्थान पर परीक्षा देने के लिए तैयार हो गया था. उसने महेंद्र प्रताप यादव के नाम पता से अपने स्वयं के फोटो की मिक्सिंग कर कूट रचित आधार कार्ड तैयार कर लिया था.