लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में आधी आबादी की चर्चा सबसे अधिक हुई. क्योंकि इस बार सबसे अधिक महिला उम्मीदवारों ने चुनाव में ताल ठोंकी. प्रियंका गांधी के 40 फीसद महिलाओं को चुनाव में हिस्सेदारी देने के बाद सभी दलों को इस नीति पर चलना पड़ा. जिसकी वजह से जहां 2017 के विधानसभा चुनाव में 8.89 फीसद महिला उम्मदीवारों ने चुनाव लड़ा था. वहीं, 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में 13 फीसदी महिला चुनावी मैदान में थीं. 2017 विधानसभा चुनाव में जहां 472 महिला उम्मीदवारों में से 42 जीत हासिल करने में सफल हुई थीं. वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव में 560 यानी 13 फीसदी महिला उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 10 मार्च को होगा.
कांग्रेस ने 39 फीसद महिलाओं को दिया टिकट
गौरतलब है कि चुनाव की घोषणा होने से पहले ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने 40 फीसद महिलाओं को भागीदारी देने की घोषणा की थी. प्रियंका गांधी की इस घोषणा पर राजनीतिक गलियारों में जमकर चर्चा हुई थी. विपक्ष ने कांग्रेस के 40 फीसद महिला उम्मीदवारों को टिकट देने की घोषणा पर सपा और भारतीय जनता पार्टी ने जमकर निशाना साधा था. दोनों दलों के नेता आए दिन कहते थे कि भाजपा के पास महिला कार्यकर्ता ही नहीं है तो टिकट किसे देंगी. हालांकि प्रियंका गांधी ने अपने वादे के मुताबिक चुनावी मैदान में महिला उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में 39 फीसदी यानी 155 महिलाओं को टिकट दिया. इसी तरह निर्दलीय 98, बसपा 37, भाजपा 45, समाजवादी पार्टी 42, आप 30, आजाद सामाज पार्टी (कांशीराम) 6, अससुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम 5, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 1, अपना दल (एस) 3, राष्ट्रीय लोक दल 2, अन्य छोटे दलों से 136 महिला उम्मीदवार यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में चुनाव में हिस्सा लिया.