लखनऊ:उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आज अधिसूचना जारी हो गई है. राज्य निर्वाचन आयोग ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 4 चरणों में चुनाव कराए जाने को लेकर औपचारिक ऐलान किया. हालांकि आज ही सुप्रीम कोर्ट में पंचायतों के आरक्षण को लेकर हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुनवाई भी है. ऐसे में उस फैसले पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं.
चार चरणों में होगा पंचायत चुनाव
राज्य निर्वाचन आयोग के राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों का ऐलान कर दिया है. यूपी पंचायत चुनाव 2021 चार चरणों में होगा. इसके लिए 15, 19, 26 और 29 अप्रैल की तारीख तय की गई है. साथ ही 2 मई को रिजल्ट घोषित होगा. राज्य निर्वाचन आयोग इस पर अपनी औपचारिक मुहर लगा दी है. उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चार चरणों में कराए जाने को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं. जिसमें प्रदेश के 18 मंडलों को चार चरणों में बांटा गया है. एक मंडल से एक जिला लेते हुए एक चरण में चुनाव कराया जाएगा.
राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त मनोज कुमार ने पिछले दिनों सभी वरिष्ठ अधिकारियों को पंचायत चुनाव की तैयारियों को पूरा करने और संवेदनशील मतदान केंद्रों को चिह्नित कर उन पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों को भी यह निर्देश दिया गया कि किसी भी मतदान केंद्र में चुनाव के दौरान गड़बड़ी या लापरवाही होने पर संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान जिम्मेदार होंगे. साथ ही संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
निर्वाचन आयोग और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सबकी निगाहें
हाई कोर्ट के आदेश के बाद पंचायती राज विभाग ने साल 2015 को मूल वर्ष मानते हुए पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण प्रक्रिया जारी की थी. पंचायतों के आरक्षण में मिली आपत्तियों का निस्तारण भी पूरा कर लिया गया है. आज अधिसूचना सूची भी जारी कर दी गई. साथ ही हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर की गई. उस पर भी आज ही सुनवाई होनी है. ऐसे में पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान और सुप्रीम कोर्ट में आज के फैसले पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं.