लखनऊ : डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) के विशेषज्ञों ने महिला उद्यमियों को बाजार में टिके रहने और आगे बढ़ने के रास्ते बताए. महिलाएं जो उद्यमी बन चुकी हैं और जो बनना चाहती हैं वे अपने बिजनेस कैसे आगे बढ़ाएं, फंडिंग कहां से प्राप्त करें और बिजनेस स्ट्रेटजी कैसे तैयार करें जैसे विषयों पर जानकारी दी. स्टार्ट-अप इंडिया ने स्टार्टअप इन यूपी और एकेटीयू के इनोवेशन हब की ओर से महिला उद्यमियों के लिए स्टार्ट-अप इंडिया स्टेट कार्यशाला का आयोजन किया.
एकेटीयू इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह ने बताया कि महिला उद्यमियों को बताया कि बिजनेस में अगर नवाचार है तो वह स्टार्टअप है. इसलिए किसी भी व्यवसाय में नवाचार को जरूर जोड़ें. उन्होंने 50 महिला उद्यमियों को बताया कि आमतौर में भारत में होता ये है कि पहले नवाचार को बाजार में ले आते हैं और उसके बाद पेटेंट के लिए जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए. अगर आपका आइडिया पेटेंट नहीं है तो कोई भी उसे चुरा लेगा और आप कुछ नहीं कर पाएंगे, इसलिए पहले आइडिया का पेटेंट कराएं फिर बाजार में आएं. महीप सिंह ने कहा कि जब तक इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता न हो बाजार से इन्वेस्टमेंट न लें, क्योंकि इसके बदले आपको अपने शेयर देने पड़ेंगे जो कहीं न कहीं आपको नुकसान करेंगे. सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज (Center for Advanced Studies) के निदेशक प्रो एमके दत्ता ने कहा कि सामाजिक बदलाव में महिला उद्यमियों की अहम भूमिका है. साथ ही अर्थव्यवस्था भी तेजी से आगे बढ़ेगी. इससे न केवल महिलाएं समाज में अपना-अलग स्थान बनाएंगी, बल्कि उन्हें पहचान भी होगी. महिलाएं जब आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर रहेंगी तो उन्हें समाज में समानता मिलेगी.