लखनऊ :देश का लोकप्रिय लखनऊ महोत्सव पांच वर्षों बाद एक बार फिर भव्य रुप में होगा. महोत्सव आशियाना के कांशीराम स्मृति उपवन में सजेगा. यह आयोजन 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक होगा. आखिरी बार महोत्सव वर्ष 2018 में इसी स्थल पर हुआ था. इसके बाद कोरोना काल में वर्ष 2021 में, वर्ष 2022 में नगर निगम चुनाव के चलते नहीं हुआ. अब एक बार फिर से उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग लखनऊ महोत्सव का आयोजन करने जा रहा है. लखनऊ महोत्सव के आयोजन के लिए पर्यटन विभाग की ओर से कार्यक्रम से जुड़े सभी आयोजन व तैयारी के लिए टेंडर की प्रक्रिया जारी कर दी गई है. विभाग की तरफ से इस बार लखनऊ महोत्सव में किन-किन बड़े कलाकारों के प्रोग्राम व राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों के प्रोग्राम आयोजित होने हैं, इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है. लखनऊ महोत्सव में कलाकारों के कार्यक्रम के आयोजन के लिए संस्थाएं 31 अक्टूबर तक अपना आवेदन जमा कर सकती हैं. इसके अलावा इस बार लखनऊ महोत्सव में विशेष तौर पर प्रदेश सरकार के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) आकर्षण का केंद्र होगा.
सभी जिलों के प्रमुख उत्पादों को किया जाएगा शामिल :क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कल्याण सिंह ने बताया कि 'इस बार लखनऊ महोत्सव में विशेष तौर पर ओडीओपी को बढ़ावा देने के लिए सभी 75 जिलों के प्रोडक्ट के स्टॉल्स लगाए जाएंगे. इसके लिए सभी संबंधित जिलों के अधिकारियों को पर्यटन विभाग की ओर से पत्र भेजा गया है. उन्होंने बताया कि ओडीओपी प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. जब से इस योजना की शुरुआत की गई है तब से लखनऊ में महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ है. लखनऊ महोत्सव यहां की पहचान से जुड़ी हुई है. ऐसे में इस बार महोत्सव में सभी जिलों के प्रोडक्ट्स के लिए ओडीओपी योजना के तहत पंडाल लगाए जा रहे हैं, जहां पर सभी जिलों के उत्पादों को लखनऊ की जनता के लिए प्रस्तुत किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस वर्ष महोत्सव की टिकट दर में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. टिकट 20 रुपए का ही रहेगा. स्थानीय कलाकारों से प्रस्तुति के लिए आवेदन मांगे गए हैं. लखनऊ महोत्सव समिति की कमिश्नर की अध्यक्षता में कांशीराम स्मृति स्थल पर जल्द ही बैठक होगी. जिसमें स्थल की साफ-सफाई, बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त किया जायेगा. सभी विभाग के अधिकारी इस बैठक में तैयारियों को अंतिम रुप देंगे.'