लखनऊ : केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने लखनऊ के वृंदावन योजना में निवेश के महाकुंभ 'यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023' में "उत्तर प्रदेश में खेल क्षेत्र की निवेश क्षमता और एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका" विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि 'भारत में खेलों की महाशक्ति बनने की पूरी क्षमता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खेलों के प्रति इतना झुकाव है कि वे खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से जानने के साथ उनके परिवार वालों का भी हालचाल लेते हैं.' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'सिर्फ एक खेल ही नहीं बल्कि हर खेल को बराबर का प्रोत्साहन मिलना चाहिए. केंद्र और राज्य सरकार मिलकर ऐसी योजनाएं जो खेल और खिलाड़ियों से जुड़ी हैं को तय समय के भीतर पूरा करें.' उन्होंने कहा कि 'उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने में खेलों की अहम भूमिका होगी.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'बेटियों का प्रदर्शन शानदार रहा है. उत्तर प्रदेश ने 2021 में खेलो इंडिया को आगे बढ़ाते हुए बैडमिंटन और कुश्ती को आगे बढ़ाया.' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'हर सांसद आज अपने संसदीय क्षेत्र में खेल महाकुंभ का आयोजन कर रहे हैं. खेलो इंडिया विंटर गेम्स गुलमर्ग में शुरू हो चुका हुआ है. 12 खिलाड़ियों ने 25 वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़े हैं.' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'एक साल में 450 कोच हायर किए गए हैं और आने वाले समय में और कोच हायर किए जाएंगे.'
उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि 'खेलों के क्षेत्र में भारत का दुनिया में नाम हो रहा है और इसके पीछे केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की ऊर्जा लगी है. उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के उदीयमान खिलाड़ियों के उन्नयन के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है. खेल में युवा करियर बना सकते हैं. मैं 75 जिलों की बात करना चाहता हूं कि उन सभी जिला मुख्यालयों पर स्टेडियम की स्थापना करके खिलाड़ियों के लिए एक अवसर प्रदान किया है. जिससे खेल की जानकारी लेकर युवा आगे बढ़ते हैं. जहां पर स्टेडियम नहीं थे वहां पर भी स्वीकृति हो गई है. शामली, संभल और चंदौली जिलों को स्टेडियम की सुविधा मिलेगी. उत्तर प्रदेश में खेल नीति बनी है. मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिल जाने के बाद हम खेल की दिशा में बेहतर प्रयास करेंगे. उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाकर सरकार ने दोगुना कर दी है, इससे खिलाड़ी और प्रोत्साहित हो रहे हैं. 1000 करोड़ की लागत से ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय बनने जा रहा है. उत्तर प्रदेश खेल का हब बनेगा. बनारस में संपूर्णानंद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनेगा, जिससे युवाओं को काफी लाभ होगा. पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी सेवा में लेने का फैसला योगी सरकार में लिया है. उससे खिलाड़ियों में एक नई उमंग आई है. सभी विभागों में स्पोर्ट्स कोटे से सीधी भर्ती की जाएगी. कोई भी विभाग स्पोर्ट कोटे में खाली नहीं रहेगा. ग्रामीण अंचल में 41 स्टेडियम तैयार किए जा रहे हैं. हम उद्यमियों को भरोसा दिलाते हैं कि आप उत्तर प्रदेश में निवेश करें. जो भी सुरक्षा देनी होगी हम आपको उपलब्ध कराएंगे. किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी.