लखनऊ की सड़कों के लिए तय की गई वाहनों की रफ्तार, बेकाबू हुए तो दर्ज होगी FIR - ASPs Sons Death
बीते कुछ दिनों में लखनऊ की सड़कों पर बेकाबू रफ्तार वाले वाहनों से कई दुखद घटनाएं हुईं. 21 नवंबर को एसआईटी में एएसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नामिश (10) की जान भी बेकाबू रफ्तार की वजह से चली गई थी. फिलहाल पुलिस ने राजधानी की विभिन्न क्षेत्रों के लिए स्पीड लिमिट तय कर दी है.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी में सड़कों पर यदि अब आपने गाड़ी चलाते वक्त हवा से बात करनी चाही तो ये आपके लिए यह शौक महंगा साबित हो सकता है. लखनऊ पुलिस ने ओवर स्पीड में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है. यह फैसला बीते दिनों राजधानी में हुई एएसपी के मासूम बेटे की सड़क हादसे में मौत के बाद लिया गया है. बीते एक माह में 3325 ओवर स्पीड के चालान किए गए हैं.
वाहन चेकिंग. फाइल फोटो
तेज रफ्तार से गाड़ी चली तो दर्ज होगी FIR :डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि राजधानी के आठ स्थानों पर स्पीडो मीटर लगे हुए ह. इसके अलावा अलग-अलग स्थानों पर बैरियर लगाकर थाना पुलिस और ट्रैफिक पुलिस स्पीड टेस्ट आदि करती है. ऐसे में अब तक उनका 1000 रुपये का चालान ओवर स्पीड में किया जाता रहा है, लेकिन बीते दिनों ओवर स्पीड के चलते हुए हादसों को देखते हुए लखनऊ पुलिस सख्त कार्रवाई करने जा रही है. इसके तहत जो भी ओवर स्पीड में गाड़ी चलाते हुए ट्रेस होगा उसका सिर्फ चालान ही नहीं बल्कि उसके खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
जानिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों के लिए तय स्पीड लिमिट
चारबाग से हजरतगंज होते हुए पॉलीटेक्निक 35 किमी प्रतिघंटा
विशाल खंड थाने से हैनीमैन चौराहा 35 किमी प्रतिघंटा
परिवर्तन चौक से आईटी चौराहा 25 किमी प्रतिघंटा
चौक चौराहे से ठाकुरगंज 30 किमी प्रतिघंटा
रिहायसी कॉलोनियां से होकर गुजरने वाली रोड 20 किमी प्रतिघंटा
भीड़भाड़ वाले इलाके में 25 किमी प्रति घंटा
ट्रांसपोर्ट नगर से स्कूटर इंडिया 40 किमी प्रतिघंटा
चारबाग से ट्रांसपोर्ट नगर 30 किमी प्रतिघंटा
लोहिया पथ 40 किमी प्रतिघंटा
शहर के अंदर बने सभी ब्रिज पर 30 किमी प्रतिघंटा
सभी सम्पर्क मार्ग जो 100 से 500 मीटर तक 20 किमी प्रतिघंटा
वाहन चेकिंग. फाइल फोटो
ओवर स्पीड के पुराने मामलों में होगी कार्रवाई :डीसीपी ने बताया कि इसके लिए जल्द ही रूप रेखा तैयार कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि ओवर स्पीड में वाहन चलाने वालों पर मुकदमा संबंधित थाने में दर्ज किया जाएगा, जहां उनका चालान हुआ होगा. भविष्य में ओवर स्पीड में गाड़ी चलाने वालों के अलावा बीते एक माह में जिन्होंने भी ओवर स्पीड में गाड़ी चलाई है और उनका चालान हुआ है उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है.
FIR के डर से लिमिट स्पीड में चलेगी गाड़ी :डीसीपी ने बताया कि प्रायः देखा गया है कि नई उम्र के युवा ही ओवर स्पीड में गाड़ी चलाते हैं और स्टंट करते हैं. ऐसे में यदि उन्हें यह पता होगा कि ओवर स्पीड में गाड़ी चलाने पर उनका चालान ही नहीं, बल्कि मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है तो उन्हें अपने भविष्य और कानूनी पचड़े में फंसने का डर रहेगा. इस वजह से वे नियत स्पीड में ही गाड़ी ड्राइव करेंगे. इससे हादसों में कमी आ सकेगी.
लखनऊ पुलिस ने सीज की कई गाड़ियां :मंगलवार (21 नवंबर) को राजधानी में तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने की शर्त के चलते स्केटिंग कर रहे 10 वर्षीय मासूम नामिश ने अपनी जान गंवाने बाद पुलिस ने गुरुवार को सड़क पर स्टंटबाजी और रेसिंग करने वाले मनबढ़ युवकों पर कार्रवाई की और कई गाड़ियों को सीज कर दिया. पुलिस ने जनेश्वर पार्क के गेट संख्या छह से लेकर जी 20 मार्ग पर चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान दर्जनों रेसिंग बाइक चलाते हुए स्टंटबाजों पर कार्रवाई की. एडीसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास ने शाम को पुलिस व आरपीएफ बल के साथ बैरियर लगा कर चेकिंग की गई और करीब 15 रेसिंग बाइक को सीज किया गया. इस दौरान 50 गाड़ी मालिकों को चेतावनी देकर चालान किया गया.
एडीसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास ने कहा कि गोमतीनगर के जनेश्वर पार्क के पास रोजाना नई उम्र के लड़के रेसिंग बाइक से बिना किसी सिक्योरिटी वियर के स्टंटबाजी करते हैं. ऐसे में चेकिंग कर ऐसे लोगों पर कार्रवाई की गई है. नई उम्र के लड़कों के मां-बाप को बुलाकर बातचीत को जाएगी और उन्हें हिदायत दी जाएगी. इसके बाद दोबारा पकड़ने जाने पर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.