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KGMU में लगाए जाएंगे स्वीजरलैंड में निर्मित खास वेंटिलेटर, गंभीर मरीजों की बचेगी जान...

लखनऊ स्थित केजीएमयू में खास किस्म के वेंटिलेटर लगाए जाएंगे. ये वेंटिलेटर गंभीर मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित होंगे.

KGMU में लगाए जाएंगे स्वीजरलैंड में निर्मित खास वेंटिलेटर
KGMU में लगाए जाएंगे स्वीजरलैंड में निर्मित खास वेंटिलेटर

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Published : Mar 31, 2022, 7:00 PM IST

लखनऊ : केजीएमयू में नई तकनीक पर आधारित खास किस्म के वेंटिलेटर लगाए जाएंगे. यह गंभीर मरीजों की जान बचाने में मददगार होंगे. ये खास किस्म के वेंटिलेटर यूपी के पहले संस्थान में लगाए जाएंगे, यदि वेंटिलेटर लाभकारी सिद्ध हुए तो इन्हें अन्य अस्पतालों भी लगाया जाएगा.



24 लाख रुपये की लागत से लगेगा खास वेंटिलेटर

किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी(केजीएमयू) में लगाए जाने वाले खास किस्म के वेंटिलेटर की कीमत 24 लाख रुपये है. संस्थान में ट्रॉमा सेंटर के क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि जल्द ही 'ट्रांस पल्मोनरी प्रेशर मॉनीटरिंग वेंटिलेटर' लगाए जाएंगे. यह वेंटिलेटर स्वीजरलैंड में बने हैं. आधुनिक तकनीक से लैस एक वेंटिलेटर 24 लाख रुपये का है. वेंटिलेटर खरीद का आर्डर भेज दिया गया है. जल्द ही कंपनी वेंटिलेटर की आपूर्ति करेगी. वर्तमान में एक वेंटिलेटर का ऑर्डर दिया गया है. यदि इसका कार्य बेहतर रहा तो अन्य का भी ऑर्डर दिया जाएगा.

ये है वेंटिलेटर की खास बात
स्वीजरलैंड में निर्मित खास किस्म के वेंटिलेटर में ऑक्सीजन और उसका प्रेशर ऑटोमेटिक मेनटेन है. दरअसल, निमोनिया पीड़ित मरीज की जान बचाने में ऑक्सीजन की मात्रा व उसके प्रेशर पर खास ध्यान रखना होता है. ऐसे में यह वेंटिलेटर मरीज के फेफड़ों की कार्य क्षमता के अनुसार ऑक्सीजन व प्रेशर को मेनटेन करेगा. इससे मरीज में जल्द सुधार की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे मरीज जिनके पेट में सूजन या क्रॉनिक ऑब्सट्रेक्टिव डीसीज (सीओपीडी) के शिकार होते हैं, उनकी जान बचाने में भी वेंटिलेटर सहायक होंगे. दिल्ली के कुछ संस्थानों में यह वेंटिलेटर लगे हैं.

केजीएमयू में बेंच रहे बाहरी लोग दवा
केजीएमयू के शताब्दी भवन में बाहरी लोग दवा बेंच रहे हैं. यहां का एक कथित वीडियो वायरल हुआ है. वायरल वीडियो में दवाओं के रेट को लेकर नोकझोंक हो रही है. वहीं दवा बिक्री के नियम का भी यह उल्लंघन किया जा रहा है. यही नहीं भवन में दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों का भी डेरा रहता है. सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने कहा कि वीडियो की सत्यता की जांच कराई जाएगी.

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