लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार जुलाई 2019 को सीएम हेल्पलाइन नंबर- 1076 प्रदेश की जनता को सौंपा था. उन्होंने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया था कि यह सीएम हेल्पलाइन उनकी मदद के लिए तत्परता से कार्य करेगी. ऐसा नहीं होगा कि सीएम हेल्पलाइन किसी की केवल शिकायत सुन ले. शिकायत सुनने के बाद सम्बन्धित विभाग को शिकायत भेजकर समाधान भी कराना होगा. निश्चित तौर पर सीएम हेल्पलाइन 1076 पिछले एक साल के दौरान जनता की उम्मीदों पर खरा उतरा है.
एक करोड़ 77 लाख लोगों के आए फोन कॉल्स
सीएम हेल्पलाइन में प्रदेश भर से अब तक करीब एक करोड़ 77 लाख फोन कॉल्स आ चुके हैं. सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत और सुझाव दर्ज किए जाते हैं. जुलाई 2019 से अब तक कुल लगभग 30 लाख शिकायतें दर्ज हुई हैं. इसमें करीब 60 फीसदी शिकायतों का संतोषजनक निस्तारण किया गया है.
कोरोना काल में आए ज्यादा कॉल्स
हेल्पलाइन संचालक संस्था स्योरविन के मैनेजर सैयद अहमद ने बताया कि शुरुआती दिनों में 10 से 15 हजार फोन कॉल आ रही थी, लेकिन बाद में बढ़कर करीब 50 से 60 हजार फोन कॉल आने लगे. उन्होंने बताया कि जब कोरोना काल शुरू हुआ तो कई बार शिकायतें करीब एक लाख तक भी पहुंच गई थीं.
सीएम कार्यालय करता है मॉनिटरिंग
सीएम हेल्पलाइन पर अधिकतम शिकायतें उन्हीं विभागों से आई हैं, जिनका जुड़ाव सीधे जनता से है. पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग, गृह एवं गोपन विभाग व कृषि विभाग से शिकायतें आई हैं. शिकायतों का निस्तारण होता रहे, इसके लिए सीएम कार्यालय मॉनिटरिंग करता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद हेल्पलाइन की समीक्षा करते रहते हैं. सीएम योगी ने तेज तर्रार एवं सुलझे हुए आईएएस अफसर आलोक कुमार को सीएम हेल्पलाइन की जिम्मेदारी दे रखी है. मुख्यमंत्री के सचिव आलोक कुमार हेल्पलाइन सेंटर तक जाकर संचालकों के साथ समीक्षा करके निरन्तर मार्गदर्शन कर रहे हैं.