लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में राममय माहौल बनाने का काम करेगी, जिससे उसे लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सकेगा. इसके लिए सरकार के स्तर पर तमाम स्तर पर तैयारी की गई है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में भी प्रदेश भर के लोगों को जोड़ने की कार्य योजना तैयार की गई है, इसको लेकर सरकार और संगठन स्तर पर काम किया जाएगा. अनुपूरक बजट में भी इसको लेकर प्रावधान किए गए हैं. सरकार रामोत्सव जैसे आयोजन के माध्यम से लोगों से जुड़ने का काम करेगी.
मंदिरों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन :मंदिरों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके पूरे माहौल को राममय किए जाने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है. भाजपा की कोशिश है कि सरकार और संगठन के स्तर पर अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से प्रदेशभर में जन जन को जोड़ा जाए. इसको लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है, उसके अनुसार मठ मंदिरों में बड़े आयोजन किये जाएंगे. साथ ही तमाम तरह के धार्मिक अनुष्ठान किये जायेंगे. प्रदेश भर के सभी मंदिरों में रामचरितमानस और हनुमान चालीसा का पाठ आयोजित कराए जाएंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या व पूरे प्रदेश को राममय बनाने की तैयारी सरकार ने अपने स्तर से की है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व योगी सरकार की ओर से इसके लिए विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है.
बजट में भी 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था : राज्य सरकार ने अपने अनुपूरक बजट में भी 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था भी इसके लिए की है. सरकार की तरफ से मठ मंदिरों में कार्यक्रम कराए जाएंगे, साथ ही स्थानीय स्तर पर भी लोगों को जोड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा. भाजपा नेतृत्व की कोशिश है कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जोड़ा जाए. इससे लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सकेगा. सरकार और संगठन की तरफ से पार्टी नेताओं और मंत्रियों के कार्यक्रम भी जिलों में लगाए जाएंगे. मंत्री और पदाधिकारी जनता के बीच जाएंगे और प्रदेश में राम मंदिर आंदोलन की याद दिलाते हुए अब जब प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है तो हर किसी को अयोध्या से जोड़ने की तैयारी है.