लखनऊ: फरवरी का महीना प्यार का महीना माना जाता है, क्योंकि इस महीने का एक सप्ताह होता है उन प्यार करने वालों के नाम जो एक-दूसरे के लिए समाज की हर दीवार तोड़ सकते हैं. अगर प्यार सच्चा है तो उस प्यार को जाति, रंग और उम्र की सीमा में बांधा नहीं जा सकता. इसका जीता-जागता उदाहरण हैं एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली और उनके पति कुलदीप. कुलदीप ने समाज और घर परिवार की परवाह न करते हुए एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली से न सिर्फ शादी की बल्कि उन्हें वह सब खुशियां दीं जो एक अच्छा और सच्चा पति अपनी पत्नी को दे सकता है. यह दोनों इस वैलेंटाइन डे पर उन प्रेमियों के लिए उदाहरण है जो अपने प्यार को पाने के लिए किसी भी हद तक गुजर सकते हैं.
वैलेंटाइन डे के मौके पर इस जोड़े के लिये एक निजी होटल ने खास इंतजाम किये हैं, ताकि दोनों अपनी बेहतरीन यादों को वैलेंटाइन डे के मौके पर फिर से जवां कर सकें. ईटीवी भारत ने वैलेंटाइन डे को लेकर इस जोड़े से बात कर जाना कि प्यार और उसके बाद शादी तक के इस रिश्ते में किस किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
शीरोज हैंग आउट कैफे में हुई थी कुलदीप से मुलाकात
ईटीवी भारत से बातचीत में रुपाली ने बताया कि कुलदीप से मेरी मुलाकात शीरोज हैंग आउट कैफे में हुई थी. इस कैफे को छांव फाउंडेशन चलाता है. 1 अक्टूबर 2016 को मैंने यहां पर ज्वाइन किया था. उसी दिन कुलदीप से मुलाकात हुई और यह मुलाकात कब प्यार में बदल गई और कब हमारी शादी हो गई कुछ पता ही नहीं चला.
एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली ने बताया कि मेरे ऊपर एसिड अटैक 2015 में हुआ था. मुझे नहीं पता कि एसिड अटैक किसने किया था. मैं उन चीजों को अब याद भी करना नहीं चाहती. मैं अपने हसीन पल अपने हस्बैंड और अपने बच्चों के साथ बिता रही हूं.