लखनऊ : मुस्लिम समुदाय के त्योहार ईद-उल-अजहा के मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा-व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं और खुले स्थान पर कुर्बानी न किए जाने तथा प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी न दिए जाने की स्पष्ट हिदायत दी है. स्पेशल पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार की ओर से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि 29 जून को मनाई जाने वाली ईद-उल-अजहा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं.
बकरीद पर यूपी में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, खुले में कुर्बानी न किए जाने की सख्त हिदायत - बकरीद पर कुर्बानी
ईद उल अजहा के मद्देनजर यूपी पुलिस ने कड़े सुरक्षा इतंजाम किए हैं. सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.
स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार राज्य के सभी जिलों में थाना स्तर पर शांति समिति की 2416 बैठकें की गई हैं. बैठकों के माध्यम से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए खुले में कुर्बानी न देने और प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी न किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य भर में सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील कुल 2213 स्थान चिह्नित किए गए हैं. सुरक्षा-व्यवस्था के लिए कुल 33 हजार 340 मस्जिदों और ईदगाहों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जहां बकरीद की नमाज अदा की जाएगी.
प्रशांत कुमार के मुताबिक बेहतर पुलिस प्रबंधन और उत्सव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) बल की 238 कंपनियों को राज्यभर में लगाया गया है. अति संवेदनशील जिलों में केंद्रीय पुलिस बल की सात कंपनियां उपलब्ध कराई गई हैं. इसके अलावा 7,570 प्रशिक्षणाधीन सब इंस्पेक्टर भेजे गए हैं. सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं और पुलिस पिकेट स्थापित की गई हैं. संवेदनशील इलाकों और मार्गों पर यूपी-112 के वाहनों की व्यवस्था की गई है.
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