लखनऊः एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने नौजवानों को केवल लाठीचार्ज और बेरोजगारी का अभिशाप दिया है. हर साल 70 लाख नौकरी का वादा करने वाली बीजेपी की सरकार ने 4 लाख नौकरी देने की फर्जी घोषणा की. लेकिन उनका नाम और पता नहीं बताती है. लाखों नौजवान कोरोना के संक्रमण के दौर में अपनी नौकरियां गवां चुके हैं. प्रदेश की डबल इंजन की सरकार भी नौजवानों को कोरे आश्वासन देती रही है और भटकाने के लिए झूठे आंकड़ों के विज्ञापन छपवाती है.
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि प्रयागराज में अपने रोजगार के लिए हक की आवाज बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस ने जिस बर्बरता से प्रहार किया, वो घोर निंदनीय है. नौजवानों ने भी इस बार इरादा कर लिया है कि वो बीजेपी के ऐतिहासिक पतन का उदाहरण होंगे. यूपी टीईटी परीक्षा में अभ्यर्थियों के साथ सरकार अन्याय करने से बाज नहीं आ रही है.
उन्होंने कहा कि सत्ता के संरक्षण में अंधी हो चुकी पुलिस की निर्ममता के उदाहरण बढ़ते ही जा रहे हैं. लखीमपुर में पिछले दिनों एक 16 साल के बच्चे को चोरी के जुर्म में थाने के अंदर पीट-पीटकर मार दिया गया. वीभत्सता के ऐसे चेहरे बीजेपी सरकार में आम हो चुके हैं. लखीमपुर में ही शांतिप्रिय किसान प्रदर्शनकारियों को एक केंद्रीय मंत्री के बेटे ने जीप चढ़ाकर कुचल दिया.
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि युवाओं को रोजगार के अलावा लैपटॉप और वाईफाई का फ्री कनेक्शन का वाद बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में किया था. उसने इन वादों को भी वैसे ही कूड़े के ढेर में डाल दिया, जैसे उसने संकल्पपत्र के पहले पन्ने में किसानों के साथ किए गए वादों का हश्र किया है.