लखनऊ : सोशल मीडिया पर सपा और बीजेपी के बीच पिछले दिनों करारी तकरार देखने को मिली थी. सपा सोशल मीडिया के हेड मनीष अग्रवाल की गिरफ्तारी भी हुई थी. गिरफ्तारी के विरोध में अखिलेश यादव डीजीपी हेड क्वार्टर भी पहुंचे थे, बाद में मनीष की रिहाई भी हुई थी. अब समाजवादी पार्टी सोशल मीडिया टीम को एक बेहतरीन टीम बनाने के लिए उसकी मॉनिटरिंग करेगी और अखिलेश यादव खुद इसकी मॉनिटरिंग करने का काम करेंगे. साथ ही सोशल मीडिया टीम की ट्रेनिंग भी किसी अच्छे संस्थान के प्रोफेशनल के माध्यम से कराई जाएगी. इसकी रूपरेखा अखिलेश यादव खुद तैयार कर रहे हैं. सपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अखिलेश यादव ने जिसको लेकर सहमति जताई है और मकर संक्रांति के बाद सोशल मीडिया टीम की ट्रेनिंग कराने का फैसला किया गया है.
SP social media strategy : सपा मुखिया अखिलेश यादव करेंगे यह काम, जानिए क्या है रणनीति - social media team training
सोशल मीडिया में भाजपा को लेकर हुई तकरार के बाद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया टीम (SP social media strategy) की ट्रेनिंग भी किसी अच्छे संस्थान के प्रोफेशनल से कराने के साथ माॅनिटरिंग का जिम्मा खुद संभालने के संकेत दिए हैं. इसकी रूपरेखा खुद अखिलेश यादव तैयार कर रहे हैं. राजनीतिज्ञों का कहना है कि राजनीति में बेहतर संवाद से सशक्त लोकतंत्र की नींव रखी जा सकती है.
दरअसल समाजवादी पार्टी सोशल मीडिया टीम की तरफ से अभद्र आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया से लगातार की जा रही थी. जिसको लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे थे कि आखिर अखिलेश यादव इस सब पर मौन क्यों हैं. समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हेड मनीष अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई तो अखिलेश यादव के समर्थन में भी खड़े हो गए.इस पर भी पार्टी के अंदर सवाल हुए और अखिलेश यादव से पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने इस विषय पर चर्चा की और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया. आखिरकार अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को सही करने के बारे में फैसला किया और अब यह तय किया है कि समाजवादी पार्टी सोशल मीडिया विपक्षी दलों को करारा और आक्रामक तरीके से जवाब तो देगा, लेकिन संयमित और व्यवस्थित भाषा में हमला किया जाएगा. इसको लेकर समाजवादी पार्टी सोशल मीडिया टीम में भी उन्होंने बदलाव किया है और पूर्व में जो नेता काम कर रहे थे, जेल भेजे गए थे. उसकी रिहाई के बाद उनका काम उन से हटा दिया गया और एक नई टीम बनाकर यह काम तेज कर दिया गया है.
अखिलेश यादव ने कहा है कि वह सोशल मीडिया टीम की खुद के स्तर पर मॉनिटरिंग करेंगे और आईआईएम या अन्य किसी बड़े प्रोफेशनल संस्थान की टीम से अपनी सोशल मीडिया टीम की ट्रेनिंग भी कराएंगे. जिससे सोशल मीडिया टीम में काम करने वाले जो पार्टी के वर्कर हैं, वह विपक्षी दलों के नेताओं के आरोपों का जवाब संयमित भाषा में और आक्रामक तरीके से कर सकेंगे. इसके अलावा पार्टी की जो रीति नीति है उस को आगे बढ़ाने का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से काम करेंगे, लेकिन इसकी भाषा पूरी तरह से संयमित और व्यवस्थित तरीके से होगी. पिछले दिनों भाषा का स्तर काफी नीचे जा चुका था और इसको लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हुए थे. इसके बाद अखिलेश यादव ने बदलाव करने का फैसला किया है कि किसी संस्थान की तरफ से ट्रेनिंग कराने का काम किया जाएगा. जिससे आरोप का जवाब ठीक ढंग से संयमित भाषा और आक्रामक तरीके से दिया जा सकेगा.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक बाजपेई ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह कदम काफी सराहनीय है. सोशल मीडिया की सपा मुखिया खुद मॉनिटरिंग करेंगे. किसी अच्छे संस्थान की तरफ से ट्रेनिंग कराई जाएगी तो स्वाभाविक रूप से उसका अच्छा संदेश जाएगा और हम अन्य राजनीतिक दलों के आरोपों का जवाब बेहतर ढंग से दे पाएंगे. साथ ही समाज के राजनीति के जो मुद्दे हैं उनको लेकर भी हम जनता के बीच जाएंगे. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से समाजवादी पार्टी की रीति नीति और मुद्दों से जनता को जोड़ने का काम करेंगे.
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