लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म और मौत मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) को 10 दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है. जिसके बाद विपक्ष ने योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने इसपर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कोई भी काम समय सीमा के अंदर नहीं करती है.
दरअसल, हाथरस दुष्कर्म और मौत मामले की जांच के लिए एसआईटी को पहले सात दिन का समय दिया गया था. जिसकी समय सीमा बुधवार को पूरी हो रही है. लेकिन एसआईटी टीम ने जांच के लिए 10 दिन का समय और मांगा था, जिसे यूपी सरकार ने मंजूरी दे दी है. जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है.
प्रदेश सरकार कोई भी काम निश्चित समयसीमा में नहीं करती
सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री एवं पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि प्रदेश सरकार कमाल की सरकार है. कभी भी कोई काम समय सीमा के अंदर नहीं करती है. अब हाथरस केस में ही सात दिन के अंदर एसआईटी को जांच पूरी कर रिपोर्ट देनी थी, लेकिन दस दिन का समय और मांग रही है. इसका मतलब है कि सरकार और प्रशासन के बीच कहीं न कहीं कोई समस्या जरूर है और यह समस्या उत्तर प्रदेश की जनता के लिए ज्यादा चिंता का विषय है.
5 पुलिसकर्मियों को किया गया निलंबित
बता दें कि एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर हाथरस के एसपी और पुलिस उपाधीक्षक समेत 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है. इसके अलावा पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश भी की जा चुकी है. वहीं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अलग सुनवाई शुरू हो गई है.