लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav) ने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Part) पर करारा प्रहार किया है. उन्होंने भाजपा को अब एक राजनीतिक दल नहीं 'झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान' करार दिया है. कहा साढ़े चार साल की भाजपा सरकार ने जनहित की एक भी उल्लेखनीय योजना न शुरू की, न ही पूरा किया. समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताकर समय बिताया और विज्ञापनों में अपनी पीठ थपथपाते रहे, लेकिन जनता अब जानना चाहती है कि, मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ जीरों टाॅलरेंस की जो बड़ी-बड़ी बातें की थीं, उन पर कितना अमल हुआ. यदि नहीं हुआ तो क्या मुख्यमंत्री उसकी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेंगे?
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार की नाक के नीचे ही गोमती रिवर फ्रंट (Gomti River Front) का सौंदर्य बर्बाद हो गया. गोमती की निर्मलता पर जलकुम्भी छा गई. रबड डैम बह गया, सिंचाई और एलडीए के अफसर सोते रह गए. सरकारी भूखण्डों पर कब्जे की घटनाएं रोज उजागर हो रही हैं. दबंग मुख्यमंत्री के कथनानुसार न तो जेल में हैं और न ही प्रदेश छोड़कर गए हैं. बल्कि, वे भाजपा की छत्रछाया में राजधानी में ही अपनी दबंगई दिखा रहे हैं. वो सरेआम हत्या, लूट और मारपीट कर भोली भाली जनता को सता रहे हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री शायद जानबूझकर अनजान बने रहना चाहते हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Record Bureau) ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में बताया कि उत्तर प्रदेश में अपराधों की वृद्धि अन्य प्रदेशों से ज्यादा है. अधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार जातीय दंगों में 50 प्रतिशत वृद्धि हुई है, जबकि परस्पर ग्रुपों में आपसी विद्वेष उकसाने के 70 प्रतिशत मामले दर्ज हुए हैं. अपराधों की बाढ़ यह बताने के लिए काफी है अपराधियों को सत्ता का संरक्षण है.