लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जमीनी स्तर तक संगठन मजबूत करने के लिए प्रदेश भर में अलग-अलग जिलों के लोकसभा प्रभारी नियुक्त किए हैं. सभी प्रभारियों को जिम्मेदारी दी है कि 5 जून तक हर हाल में प्रदेश भर में मजबूत संगठन तैयार करना है हर बूथ पर पार्टी के कार्यकर्ता होने चाहिए. अखिलेश की तरफ से दी गई अवधि से पहले ही लोकसभा प्रभारी संगठन मजबूत करने में जुट गए हैं.
लोकसभा चुनाव के लिए बूथ स्तर तक की तैयारियों में जुटे समाजवादी पार्टी के नेताओं की मेहनत का नतीजा आगामी निकाय चुनाव में भी देखने को मिल सकता है. जब बूथ स्तर तक संगठन तैयार हो जाएगा तो निश्चित तौर पर निकाय चुनाव में सपा काफी मजबूत टक्कर भाजपा को देते हुए नजर आ सकती है. दरअसल, समाजवादी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है और उसी को लेकर अपनी चुनावी तैयारियों को जिला स्तर पर बूथ तक पहुंचाने का फैसला किया है. समाजवादी पार्टी ने पार्टी के नेताओं, सांसदों पदाधिकारियों को लोकसभा क्षेत्रों का प्रभारी नियुक्त किया है. अब तक समाजवादी पार्टी ने करीब 50 लोकसभा क्षेत्रों के प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने करीब 35 से अधिक जिला संगठनों में भी जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी है.
सभी लोकसभा प्रभारियों को यह दिशा निर्देश दिए गए हैं कि 5 जून तक हर हाल में प्रदेश के सभी बूथ कमेटियों का गठन कर लिया जाए. जिला अध्यक्षों को भी निर्देश दिए गए हैं कि लोकसभा प्रभारियों के साथ समन्वय बनाकर बूथ कमेटी तैयार की जाए और पार्टी के निष्ठावान संघर्षशील जुझारू कार्यकर्ताओं को बूथ कमेटियों में शामिल किया जाए, जिससे बूथ स्तर पर होने वाली लड़ाई में समाजवादी पार्टी बेहतर परफॉर्म कर सके. निकाय चुनाव में इन्हीं कमेटियों के दम पर समाजवादी पार्टी निकाय क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करती हुई नजर आ सकती है. भारतीय जनता पार्टी नगर निकाय चुनाव को लेकर काफी मजबूती से अपनी तैयारियों को आगे बढ़ा रही है. सरकार के मंत्रियों को भी जिम्मेदारी देने का काम किया गया है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने भी अपने स्तर पर निकाय चुनाव के माध्यम से लोकसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. सपा-भाजपा उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से आमने-सामने की लड़ाई करती हुई नजर आएंगी.