लखनऊ :समाजवादी पार्टी ने कहा है कि 'जनपद मऊ के विधानसभा क्षेत्र घोसी के उपचुनाव में हार देखकर हताश भाजपा सरकार प्रशासन एवं पुलिस का दुरुपयोग कर रही है! भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अराजकता पर उतर आया है. वह भाजपा की एक विंग बनकर काम कर रहा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि भाजपा समाजवादी पार्टी के खिलाफ हर हथकंडे अपनाएगी. आशंका सच साबित हुई. कुछ पुलिसकर्मियों ने भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में काम किया. मतदाताओं को मतदान से रोका. मतदाताओं के अधिकारों को छीना.'
समाजवादी पार्टी का आरोप है कि 'नेताओं एवं कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाए गए. अल्पसंख्यकों और पिछड़ों का वोट पड़ने से रोकने के लिए भाजपा के पदाधिकारी और पुलिस मिलकर काम करते नज़र आए. तमाम मतदाताओं को मताधिकार से वंचित किया गया. समाजवादी पार्टी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उप्र तथा मुख्य चुनाव आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग को कई ज्ञापन सौंपकर पहले ही आशंका जताई गई थी कि घोसी उपचुनाव में भाजपा सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की पवित्रता को नष्ट करेगी. भाजपा के इशारे पर समाजवादी पार्टी के समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित मतदाताओं को डराने धमकाने के साथ उनके घरों की बिजली काटने आदि की शिकायतें की गई थीं.'
सपा ने कहा है कि 'खासतौर पर अल्पसंख्यकों को मतदान से वंचित करने की आशंका मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग तथा मुख्य निर्वाचन अधिकारी उप्र को ज्ञापन प्रेषित कर बताई गई थी. उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन द्वारा मऊ जनपद के घोसी विधानसभा उपचुनाव में ड्यूटी में लगाये गये पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के नाम दिये गये थे जो भाजपाई बन रहे थे. इसके बावजूद समाजवादी पार्टी की शिकायतों पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई. घोसी उपचुनाव में शुरू से ही जनता का रुझान स्थानीय समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह के प्रति रहा है. समाज के सभी वर्ग उन्हें समर्थन और सहयोग करते रहे हैं. भाजपा उनकी लोकप्रियता से घबराई हुई है और इसीलिए वह हर हथकंडा अपनाकर उपचुनाव में हार बचाने में लगी है. अखिलेश यादव का लोकतंत्र बचाने का संघर्ष जारी रहेगा.
चुनाव आयोग पहुंचा सपा डेलिगेशन