सपा कार्यकारिणी में मिले मंत्र के सहारे लोकसभा चुनाव फतह की रणनीति, छोटे दलों से भी होगा गठजोड़ . लखनऊ : समाजवादी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कोलकाता में आयोजित की. इस बैठक में मिले मंत्र के सहारे लोकसभा चुनाव पर फोकस करते हुए पार्टी नेतृत्व जिला स्तर पर काम करेगी. तमाम तरह के अभियान और कार्यक्रम चलाए जाएंगे. जनता से संवाद के कार्यक्रम भी समाजवादी पार्टी पहली बार करने जा रही है. इसके साथ ही खास बात यह है कि समाजवादी पार्टी छोटे दलों से गठबंधन करेगी और लोकसभा चुनाव में जीत की रणनीति बनाएगी. वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने छोटे दलों को साथ लिया था. हालांकि बाद में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी चुनाव के बाद अलग हो गई. अब एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी छोटे दलों को साथ लेने की रणनीति बना रही है.
सपा कार्यकारिणी में मिले मंत्र के सहारे लोकसभा चुनाव फतह की रणनीति, छोटे दलों से भी होगा गठजोड़ .
समाजवादी पार्टी एक रक्षक सरकार की नीतियों के खिलाफ जागरूक अभियान चलाने का फैसला किया है. उन्होंने संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की पूरी फुल प्रूफ प्लानिंग की है. सपा नेतृत्व ने योजना बनाई है कि सभी जिलों में आने वाली छोटी बड़ी घटनाओं को लेकर सरकार पर हमलावर होगी. प्रदेश मुख्यालय से एक जांच कमेटी संबंधित जिले में जाएगी और घटना की विस्तृत जांच करके उसे प्रशासन व राज्यपाल तक रिपोर्ट भेजने का काम किया जाएगा. इसके अलावा जातीय समीकरण के हिसाब से जो घटनाएं में भी उनको लेकर समाज के लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा मुख्य रूप से दलित पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ जो बड़ी घटनाएं होंगी. उनको लेकर समाजवादी पार्टी सरकार पर जोरदार हमला बोलेगी और उस समाज को समाजवादी पार्टी से जोड़ने का काम करेगी.
सपा कार्यकारिणी में मिले मंत्र के सहारे लोकसभा चुनाव फतह की रणनीति, छोटे दलों से भी होगा गठजोड़ .
इसके अलावा समाजवादी पार्टी अपने संगठन की मजबूती के लिए भी जातीय समीकरण को और अधिक व्यवस्थित तरीके से काम करेगी. बूथ संगठन से से लेकर जिला संगठन और प्रदेश संगठन में दलित पिछड़े अल्पसंख्यक समाज के लोगों को उचित देने की भी तैयारी की गई है. जिससे इस समाज से आने वाली जनाधार वाले नेताओं के माध्यम से किन समाज के लोगों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने में सफलता मिल सकेगी. इसके अलावा नगर निकाय चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी अपने नेताओं को जिलों में प्रभारी के रूप में भेजने का फैसला किया है. इसके अलावा लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी पार्टी के विधायकों और स्थानीय स्तर पर वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी बनाकर लोकसभा क्षेत्र में भेजेगी और लोकसभा चुनाव की तैयारी को आगे बढ़ाने का काम करेगी.
सपा कार्यकारिणी में मिले मंत्र के सहारे लोकसभा चुनाव फतह की रणनीति, छोटे दलों से भी होगा गठजोड़ .
सरकार को जनहित से जुड़े मुद्दे और बड़ी घटनाओं के खिलाफ धरना प्रदर्शन आंदोलन करने के बारे में भी फैसला किया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तय किया गया है कि समाजवादी पार्टी सरकार को हर स्तर पर घेरने का काम करेगी सड़क से लेकर सदन तक हर जरूरी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता व विधायक रविदास मेहरोत्रा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संगठन की मजबूती और लोकसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने पर विचार विमर्श किया गया है. राजनीतिक आर्थिक सामाजिक प्रस्ताव पास हुए हैं. हम जनता के बीच जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर जाएंगे संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करेंगे और प्रदेश के छोटे दलों उसे सियासी गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतारने का काम करेंगे. भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में रोकने का काम कर सकती है.
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