लखनऊ :समाज कल्याण विभाग से संबंधित कार्य को निपुणता से पूरा करने के लिए विभाग की ओर से 'विशेषज्ञता वर्ष' की शुरुआत की गई है. समाज कल्याण विभाग में आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर इस वर्ष को अमृत काल के तहत अधिकारियों के लिए विशेषता विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
जारी आदेश के तहत समाज कल्याण से संबंधित अधिकारियों के लिए विशेषता के स्तंभ चिन्हित किए जाएंगे. जैसे वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित विषय, ट्रांसजेंडर, वंचित वर्गों के शिक्षा के प्रबंधन या नीतियां, वंचित वर्गों के स्वालंबन संबंधी नीतियां, सीएसआर, सामाजिक न्याय की प्राप्ति में सोशल मीडिया की भूमिका व सामाजिक कार्य संबंधी नीतियों आदि क्षेत्र में अधिकारियों को विशेषता प्राप्त करना होगा. जिसके अंतर्गत विभागीय अधिकारी अपनी रूचि के अनुरूप सामाजिक क्षेत्र के किसी एक स्तम्भ को चुन कर, उसमें विशेषज्ञता हासिल करेंगे. विशेषज्ञता प्राप्त के लिए अधिकारी देश भर के किसी भी संस्थान से प्रशिक्षण ले सकते हैं. प्रदेश भर के विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर मंत्री असीम अरुण यह निर्देश विभाग के सभी अधिकारियों को दिया है. साथ ही ‘विशेषज्ञता वर्ष’ मनाने को लेकर विस्तृत कार्ययोजना क्या होगी, इसके लिए मंत्री की ओर से समाज कल्याण निदेशक को पत्र लिखा है.