लखनऊ: प्रदेश में स्मार्ट मीटर की कार्यप्रणाली से उपभोक्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ता लगातार बिजली विभाग के अधिकारियों से अपनी दिक्कतें बता रहे हैं. बावजूद इसके उनकी समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. तमाम उपभोक्ताओं की शिकायत है कि उनका स्मार्ट मीटर बकाये बिल के कारण डिस्कनेक्ट हो गया था, लेकिन पूरा भुगतान करने के 12 घंटे बाद भी सप्लाई चालू नहीं हुई.
लखनऊ संपूर्ति विद्युत प्रशासन के ठाकुरगंज क्षेत्र के अनेकों उपभोक्ताओं की समस्या का निदान जब बिजली विभाग के अधिकारियों से नहीं हुआ, तो उन्होंने अपनी समस्या उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष के सामने रखी. उपभोक्ताओं ने बताया कि बिल भुगतान के बाद भी स्मार्ट मीटर से बिजली चालू नहीं हुई है. बिजली 14 घंटे तक न चालू होने पर जब उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने प्रबंध निदेशक मध्यांचल से बात की, तब जाकर कुछ उपभोक्ताओं की सप्लाई चालू हो पाई.
लखनऊ: उपभोक्ताओं को दर्द दे रहे हैं स्मार्ट मीटर, बिल जमा होने के बाद भी गुल रहती है बत्ती - स्मार्ट मीटर
यूपी के लखनऊ में स्मार्ट मीटर की कार्य प्रणाली से उपभोक्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ता लगातार बिजली विभाग के अधिकारियों से अपनी दिक्कतें बता रहे हैं. बावजूद इसके उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है.
इसी तरह कुछ उपभोक्ताओं ने यह भी शिकायत की है कि उन्होंने एक सितम्बर को पूरा भुगतान किया था, फिर भी उनकी बिजली डिस्कनेक्ट हो गई. जब संबंधित अधिशासी अभियंताओं से बात की, तो उन्होंने कहा कि एलएंडटी से बात हो गई है, अभी समस्या का समाधान होगा. कई उपभोक्ताओं के मुताबिक वे रात भर अंधेरे में रहे, फिर सुबह जाकर बिजली जुड़ी. उपभोक्ता संदीप कुमार, संजय कुमार, मनोज कुमार, फहीम व गणेश ने बताया कि भुगतान करने के 12 घण्टे से ज्यादा समय के बाद बिजली जुड़ी.
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड ( ईईएसएल ) एलएंडटी की तानाशाही के चलते प्रदेश के उपभोक्ता और विभाग सभी परेशान हैं. सरकार को हस्ताक्षेप कर उपभोक्ताओं को न्याय दिलाना चाहिए. नियमानुसार बिजली बिल का भुगतान होने के तुरंत बाद उपभोक्ताओं का संयोजन चालू हो जाना चाहिए, लेकिन जिस प्रकार से घंटों उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं, उससे स्मार्ट मीटर परियोजना का हाल पता चल रहा है. इसका खामियाजा जनता भुगत रही है. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इस गम्भीर मामले को उपभोक्ता परिषद विद्युत नियामक आयोग के समक्ष रखा जाएगा.