लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा का चेहरा बदलने में जुटी सरकार ने 7 जिलों में 550 स्कूलों को स्मार्ट क्लास की सुविधा से लैस कर दिया है. बेसिक शिक्षा विभाग के सीएसआर कॉन्क्लेव में शिव नादर फाउंडेशन की ओर से सरकार के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया गया है, जिसमें प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को डिजिटल फॉर्मेट में लाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने शिव नादर फाउंडेशन के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा से बातचीत की.
प्रदेश के सात जिलों के 550 प्राथमिक विद्यालयों में शुरू हुई स्मार्ट क्लास - smart class in up primary schools
पूरे उत्तर प्रदेश में अब जल्द ही बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू हो जाएगी. बता दें कि अभी 7 जिलों के 550 स्कूलों को स्मार्ट क्लास की सुविधा से लैस कर दिया है.
इसे भी पढ़ें:जल निगम भर्ती घोटाले में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा ने बताया कि स्मार्ट क्लास के लिए उनके फाउंडेशन को जिलाधिकारी की ओर से प्रस्ताव दिया जाता है. इसके तहत हार्डवेयर यानी कंप्यूटर सिस्टम की उपलब्धता सरकार की ओर से कराई जा रही है, जबकि पूरे डिजिटल पाठ्यक्रम को फाउंडेशन उपलब्ध कराता है. साथ ही उन्होंने बताया कि फाउंडेशन की ओर से शिक्षकों को भी इसके लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है.