लखनऊ: सपा सरकार में चकबंदी विभाग में हुई भर्ती के बाद अब पशुपालन विभाग की भर्ती में हुए घोटाले पर कार्रवाई की गई है. पशुधन प्रसार अधिकारी भर्ती घोटाले में पशुपालन विभाग के डायरेक्टर समेत छह बड़े अफसर सस्पेंड किये गए हैं. सीएम योगी के आदेश पर एसआईटी ने भर्ती घोटाले पर कार्रवाई की है.
लखनऊ: भर्ती घोटाले में पशुपालन विभाग के डायरेक्टर समेत छह अधिकारी सस्पेंड
साल 2012-13 में पशुधन प्रसार अधिकारी भर्ती में हुए घोटाले पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. एसआईटी की जांच में खुलासा होने के बाद पशुधन विभाग के डायरेक्टर समेत छह अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
क्या है मामला
⦁ मानकों को दरकिनार कर मनमाने ढंग से की गई थी पशुधन प्रसार अधिकारी की भर्ती.
⦁ साल 2012-13 में प्रदेश भर में 1148 पशुधन प्रसार अधिकारियों की भर्ती को लेकर हुई थी परीक्षा.
⦁ गड़बड़ी करने के लिए लिखित परीक्षा के साथ अफसरों ने 20 नंबर का इंटरव्यू नियम विरुद्ध का रख दिया था.
⦁ वहीं नियमों में शिथिलता करते हुए लिखित परीक्षा 100 नंबर की बजाय 80 नंबर कर दी गई थी.
⦁ चहेते अभ्यर्थियों को पास करने के लिए इंटरव्यू का किया गया था खेल.
⦁ योगी सरकार ने 28 दिसंबर 2017 में एसआईटी को सौंपी थी जांच.
⦁ एसआईटी ने जांच के बाद शासन को भेजी अपनी रिपोर्ट.
⦁ इसके बाद डायरेक्टर समेत छह अपर निदेशक अफसरों को सस्पेंड किया गया.
पशुपालन विभाग के डायरेक्टर चरण सिंह यादव समेत छह अफसर ससपेंड किए गए. इसमें अपर निदेशक अशोक कुमार सिंह, बस्ती के अपर निदेशक जीसी द्विवेदी, लखनऊ मंडल के अपर निदेशक डॉक्टर हरिपाल और बरेली मंडल के अपर निदेशक एपी सिंह और अयोध्या अपर निदेशक अनूप श्रीवास्तव को सस्पेंड किया गया है.