लखनऊ : हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी परखने के लिए गुरुवार को 'सिम्युलेटेड काउंटर टेररिस्ट आकस्मिकता' मॉकड्रिल का आयोजन किया गया. चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 के पास वाहन जनित इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (वीबीआईडी) का निपटान और टर्मिनल के अराइवल क्षेत्र में अंदर बंधक मॉक रेस्क्यू ड्रिल कर सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी परखी गई. मॉकड्रिल के तहत एनएसजी को हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए एक विशेष रूट भी बनाया गया. इस मॉकड्रिल में गांडीव-5 सिम्युलेटेड अभ्यास टर्मिनल-2 पर बंधक बनाए गये यात्रियों के बचाव के साथ-साथ वीबीआईईडी की फुर्ती की सफलता पर पूरा अभ्यास किया गया.
एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि 'लखनऊ हवाई अड्डा हमेशा यात्रियों की सुरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता देता है. सफल प्रशिक्षण के लिए हवाई अड्डे ने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मांगी गई सभी सहायता प्रदान की. उन्होंने बताया कि 'काउंटर टेररिस्ट आकस्मिकता' मॉकड्रिल में एनएसजी, सीआईएसएफ, यूपी एटीएस, यूपी पुलिस, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एयरलाइंस, एएआई डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस, हवाई अड्डे के सुरक्षाकर्मी और एयरपोर्ट अधिकारियों ने हिस्सा लिया. यह मॉकड्रिल गुरुवार तड़के 2 बजे से सुबह 5:45 बजे के बीच चली.' प्रवक्ता ने बताया कि 'लखनऊ हवाई अड्डे की टीमों ने यह सुनिश्चित किया कि यात्रियों को इस दौरान कोई असुविधा न हो और निर्धारित मॉकड्रिल अभ्यास के दौरान हवाई अड्डे पर सभी परिचालन भी सामान्य रूप से जारी रहे. एयरपोर्ट पर आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए समय-समय पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा मॉकड्रिल का आयोजन किया जाता है इसी कड़ी में गुरुवार को मॉडल का आयोजन किया गया.'
रेलवे स्टेशन पर भी जवानों ने की मॉकड्रिल :उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ स्थित प्रदेश के पहले पीपीपी मॉडल बस स्टेशन पर बुधवार को अचानक बम मिलने से हड़कंप मच गया. इससे पूरे स्टेशन पर यात्रियों में अफरा तफरी मच गई. आनंन-खनन में बम डिफ्यूजिंग स्क्वाड को सूचना दी गई. इस दौरान स्टेशन के अंदर यात्रियों का आवागमन पूरी तरह से रोक दिया गया. बस संचालन भी पूरी तरह ठप हो गया. बस स्टेशन पर हुई इस घटना से यात्री खौफजदा हो गए. अपने बीच बड़ी संख्या में एनएसजी के कमांडो और सुरक्षा कर्मियों को देखकर यात्री चौक रहे थे. हालांकि राहत की बात ये रही कि एनएसजी कमांडो ने किसी भी बड़ी घटना को घटित होने से पहले ही रोक दिया. जब यात्रियों को पता चला कि बस स्टेशन पर कोई बम नहीं मिला न ही बम ब्लास्ट हुआ है, बल्कि सुरक्षा के मद्दे मॉकड्रिल की गई थी तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली. बुधवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए मॉकड्रिल की गई. लखनऊ के रेलवे स्टेशन पर भी जवानों ने मॉकड्रिल की.