लखनऊ: बारिश हो या गर्मी या कोई आगजनी घटना, बचाव कार्य के लिए अग्निशमन विभाग की ही सेवा ली जाती है. उत्तर प्रदेश का अग्निशमन विभाग इन दिनों वेंटिलेटर पर है. सुनने में अजीब जरूर लगता है, लेकिन यह हकीकत है. इस विभाग के पास इस समय काम करने के लिए पर्याप्त कर्मी तक नहीं है. इसके चलते सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है.
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में अग्निशमन विभाग के लिए स्वीकृत नियतम के पद 10380 हैं, जबकि 5261 पदों पर कर्मी मौजूद है. इसी से समझा जा सकता है किस तरह लगभग 50 फीसदी कर्मियों के सहारे अग्निशमन विभाग अपनी सीमाओं को अंजाम दे रहा है. वहीं, प्रदेश में इन दिनों 349 अग्निशमन केंद्र खुल चुके हैं. ऐसे में अग्निशमन केंद्रों की बढ़ती संख्या और उपलब्ध कर्मियों की घटती संख्या निश्चय ही विभाग के लिए चिंताजनक है.
वेंटीलेटर पर प्रदेश का अग्निशमन विभाग
उत्तर प्रदेश का अग्निशमन विभाग इन दिनों कर्मियों की कमी का शिकार है, क्योंकि विभाग में लंबे समय से रिक्त पदों के लिए भर्तियां ही नहीं हुई है. इसके चलते वर्तमान में 3000 पद रिक्त हैं. वहीं, कर्मियों की कमी और बढ़ती हुई आग की घटनाओं में सामंजस्य बैठाना विभाग के लिए मुश्किल हो रहा है. उत्तर प्रदेश की आबादी 25 करोड़ को पार कर चुकी है, लेकिन इतने बड़े प्रदेश में इस विभाग के पास वर्तमान में केवल 5261 पदों पर कर्मियों की तैनाती है, जबकि सरकार द्वारा लगातार नए फायर स्टेशन खोलने का क्रम भी जारी है.
अग्निशमन विभाग में रिक्त पदों का विवरण
पद नाम | स्वीकृत नियतन पद | उपलब्ध पद |
निदेशक | 01 | 00 |
सयुक्त निदेशक | 03 | 02 |
उप निदेशक | 10 | 02 |
मुख्य अग्निशमन अधिकारी | 77 | 55 |
एफ एस ओ | 329 | 53 |
एफ एस एस ओ | 374 | 82 |
लिपिक | 376 | 23 |
लीडिंग फायरमैन | 1009 | 739 |
चालक | 1080 | 790 |
फायरमैन | 6369 | 2939 |
चतुर्थ श्रेणी | 752 | 586 |
कुल नियतन पद | 10380 | 5261 |