लखनऊ: शिवसेना ने कोविड-19 से पीड़ित योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान की मौत की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से की है. सोमवार को शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राज भवन पहुंचा और राज्यपाल के परिसहाय (एडीसी) जगमीत सिंह को ज्ञापन दिया.
पूर्व मंत्री चेतन चौहान की मौत की सीबीआई जांच की शिवसेना ने की मांग
मंत्री चेतन चौहान की मौत की सीबीआई जांच कराने की शिवसेना ने राज्यपाल से मांग की है. शिवसेना का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को राजभवन पहुंचा और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ज्ञापन सौंपा.
शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि सीबीआई जांच की संस्तुति न होने पर शिवसेना उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन करेगी. ज्ञापन देकर मंत्री चेतन चौहान के इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों पर मुकदमा चलाए जाने की भी मांग की गई है. उन्होंने कहा कि मंत्री चेतन चौहान के इलाज के दौरान जिस प्रकार से व्यवहार किया गया उससे हर कोई दुखी है और इसका खुलासा मंत्री के साथ ही पीजीआई में भर्ती रहे समाजवादी पार्टी के एमएलसी द्वारा सदन में दिए गए अपने वक्तव्य के बाद सामने आया है. हम इसकी घोर निंदा करते हैं और सीबीआई जांच की मांग करते हैं.
शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने ज्ञापन में कहा है कि जिस प्रकार समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह साजन द्वारा पूर्व मंत्री स्वर्गीय चेतन चौहान की मृत्यु पर सदन को अवगत कराया गया है जो अत्यंत पीड़ादायक है और इसकी सीबीआई जांच की आवश्यकता है.
स्वर्गीय चेतन चौहान को निरंकुश पीजीआई प्रशासन कर्मचारियों द्वारा प्रताड़ित किया गया. बाद में किन परिस्थितियों में पीजीआई से गुरुग्राम मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया. आरोप लगाया कि क्या एक बड़ी साजिश के तहत उनकी हत्या को अंजाम दिया गया है. शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने आरोप लगाया कि पीजीआई में उच्चकोटि के इलाज का सरकार दावा करती है, लेकिन उन्हें अचानक मेदांता अस्पताल में क्यों शिफ्ट किया गया. प्रदेश के 2 कैबिनेट मंत्रियों की मृत्यु दर्शाता है कि सरकार कोविड-19 से लड़ने में नाकाम साबित हो रही है. सरकार झूठ बोलकर जनमानस को गुमराह कर रही है. कृपया प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए चेतन चौहान की मृत्यु की सीबीआई जांच कराने का कष्ट करें.