लखनऊ :आगामी 2022 का विधानसभा चुनाव सभी राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण है. ऐसे में सभी दल अपनी-अपनी सियासी रणनीति बनाने में ध्यान दे रहे हैं. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव सपा के साथ गठबंधन करने के लिए न सिर्फ फिक्रमंद हैं, बल्कि सपा के साथ गठबंधन होने या न होने की स्थितियों को ध्यान में रखकर सारे विकल्पों पर नजर बनाए हुए हैं.
शिवपाल यादव सपा के अलावा ओवैसी, राजभर के साथ मिलकर अलग मोर्चा बनाकर चुनावी रण में उतरने की रणनीति बना रहे हैं. सपा के साथ गठबंधन न होने की स्थिति में शिवपाल यादव हर परिस्थिति में चुनावी जमीन मजबूत करने की जुगत में हैं. दरअसल, प्रसपाध्यक्ष शिवपाल यादव ने जब से सपा का दामन छोड़ा है तब से वह अलग-थलग पड़े हुए थे. अब 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक है, इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शिवपाल यादव छोटे दलों के साथ मिलकर एक संकल्प भागीदारी मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं. खास बात यह है कि प्रसपा अध्यक्ष सपा के साथ गठबंधन करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.
चाचा शिवपाल को भतीजे का है इंतजार, इनकार के बाद रणनीति करेंगे तैयार शिवपाल यादव ने सपा से गठबंधन करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन सपा की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है. सपा के जबाव का इंतजार कर रहे शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को गठबंधन की दिशा में 11 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है. प्रसपाध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का कहना है, कि वह 11 अक्टूबर तक सपा के जवाब का इंतजार करेंगे. यदि 11 अक्टूबर तक गठबंधन को लेकर सपा का कोई जबाव नहीं मिलेगा, तो वह अलग रास्ता चुनेगें. यही कारण है, कि अखिलेश यादव के जवाब आने से पहले शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी की चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ा रहे हैं.
सपा की तरफ से सकारात्मक जबाव न मिलने की स्थिति में प्रसपा के चुनावी समीकरण पर व्यवधान न पड़े, शिवपाल यादव इसी रणनीति पर ध्यान दे रहे हैं. इसी को लेकर शिवपाल यादव ने पिछले दिनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति पर मंथन किया था. इस बैठक के दौरान उन्होंने अपने नेताओं और पदाधिकारियों को सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा था. इसके अलावा 12 अक्टूबर से शिवपाल सिंह यादव ने मथुरा से समाजवादी परिवर्तन रथयात्रा निकालने का भी फैसला किया है. समाजवादी परिवर्तन रथयात्रा निकालने के लिए प्रसपा तेजी से तैयारियां कर रही है.
प्रसपा से जुड़े नेताओं का कहना है, कि शिवपाल सिंह यादव अपने लिए सारे विकल्प रखकर अपनी तैयारियों को आगे बढ़ा रहे हैं. जिससे सपा की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब ना आए या गठबंधन पर कोई बातचीत ना बन पाए तो प्रसपा की चुनावी तैयारियां प्रभावित ना हो. यही कारण है कि शिवपाल सिंह यादव न सिर्फ अपनी चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि अन्य छोटे दलों के साथ गठबंधन पर भी बातचीत कर रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण से मुलाकात कर अलग मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ने पर चर्चा की थी.
प्रसपा के प्रवक्ता अरविंद सिंह कहते हैं कि शिवपाल सिंह यादव सभी विकल्पों पर नजर बनाए हुए हैं. उनकी पहली प्राथमिकता है कि सपा के साथ चुनाव लड़ें. यही कारण है कि उन्होंने अपने स्तर पर तमाम प्रयास किए, लेकिन सपा की ओर से कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने उन्होंने 11 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है. अगर गठबंधन पर सकारात्मक बातचीत नहीं होती है, तो अन्य विकल्पों पर चर्चा करते हुए रणनीति तय की जाएगी. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अपनी चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ा रही है.
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